- इंटर कॉलेजेज की हालत सुधारने की कवायद

- स्टूडेंट्स को मिलेगा फायदा, नहीं ठप होगी क्लास

द्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र : यूपी बोर्ड में इंटर कॉलेजेज में की हालत सुधारने की कवायद हो रही है। स्कूलों में टीचर्स के साथ-साथ प्रिंसिपल भी पढ़ाएंगे। डीआईओएस ने कहा इससे शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने में मदद मिलेगी। इसलिए सभी स्कूलों के लिए निर्देश जारी किया जाएगा।

रोजाना दो कक्षाएं लेने का फरमान

इंटर कॉलेजेज में ज्यादातर जगहों पर टीचर्स की भारी कमी है। इस वजह से कई बार पूरी क्लासेज नहीं हो पाती। स्कूलों में छात्र इधर-उधर घूमते रहते हैं। इसको देखते हुए नई व्यवस्था लागू की गई ताकि स्टूडेंट्स को पढ़ाया जा सके। प्रिंसिपल के लिए रोजाना कम से कम दो पीरियड्स पढ़ाने को कहा गया है। कई जगहों पर प्रिंसिपल पहले से क्लास ले रहे हैं।

शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने में सहायक

माध्यमिक शिक्षा से जुड़े लोगों का मानना है कि इससे शिक्षा की गुणवत्ता पर असर पड़ता है। प्रिंसिपल के पढ़ाने पर छात्रों की रुचि बढ़ती है। टीचर्स भी अपनी जिम्मेदारियों का बखूबी निर्वहन करते हैं। तमाम स्कूलों में जहां प्रिंसिपल क्लासेज ले रहे हैं, वहां स्टूडेंट्स की स्ट्रेंथ भी अच्छी है। इसके अलावा प्रिंसिपल के अनुभव से छात्र ज्यादा सीखते हैं। हालांकि प्रशासनिक जिम्मेदारियों के बोझ तले दबे होने से कई बार प्रिंसिपल को क्लास लेने की फुर्सत नहीं होती है।

कई जगहों पर प्रिंसिपल कक्षाएं ले रहे हैं। इसका असर पठन-पाठन पर पड़ता है। इसलिए सभी स्कूलों में प्रिंसिपल के पढ़ाने के संबंध में दोबारा निर्देश जारी किया जाएगा।

एएन मौर्य, डीआईओएस

प्रिंसिपल के पढ़ाने से टीचर्स भी उत्साहित होते हैं। अक्सर क्लास से भागने वाले स्टूडेंट्स का भी पढ़ाई में मन लगता है।

सत्य प्रकाश सिंह, जिलाध्यक्ष, यूपी माध्यमिक शिक्षक संघ