-रीडिंग बताकर काउंटर पर बिल बनवाने वालों से सावधान
-सिटी के 15 हजार कंज्यूमर्स के मीटर में स्टोर रीडिंग
-एसई ने जताई नाराजगी, एसडीओ व जेई के आइडी से बनेगा बिल
GORAKHPUR:
अब महानगर के बिजली कंज्यूमर्स सावधान हो जाए। काउंटर पर जाकर अपना बिल सही कराने वाले कंज्यूमर्स को अब एसडीओ और जेई के पास ही बिल सही करा सकेंगे। बिजली निगम के कर्मचारियों की लापरवाही की वजह से रीडिंग में हेराफेरी का मामला सामने आने के बाद से अफसरों ने सख्त रूख अख्तियार कर लिया है। बताते चलें कि लगभग 15 हजार कंज्यूमर ऐसे हैं जिनके मीटर में रीडिंग स्टोर पाई गई है। एसई ने इस मामले का संज्ञान लेते हुए जिम्मेदारों को फटकार लगाई है तथा एसडीओ और जेई के आईडी से ही बिल सही करने का आदेश दिया है।
कंज्यूमर्स और निगम के इंप्लाइज की सांठगांठ की वजह से सिटी के करीब 15 हजार कंज्यूमर्स के मीटर में रीडिंग स्टोर का मामला सामने आया है। यह मामला तब सामने आया जब विद्युत वितरण खंड के परीक्षण लैब में पुराने मीटरों की जांच की गई। रीडिंग में हेराफेरी कर एजेंसी के इंप्लाइज विभाग को भारी चपत लगा रहे हैं। एसई सिटी ने मामले को गंभीरता से लिया और चारों डिवीजंस के काउंटर से बिल बनाने पर रोक लगा दी है तथा एक्सईन को पत्र लिखकर केवल एसडीओ और जेई के आईडी से ही बिल बनाने का निर्देश दिया है।
कई मीटरों में रीडिंग स्टोर पाई गई है। साथ ही कम रीडिंग बताकर बिल जमा करने के मामले भी सामने आए है। इसलिए काउंटर से बिल बनाने पर रोक लगा दी गई है। अब केवल एसडीओ और जेई की आईडी से ही रीडिंग बिल बनाए जाएंगे।
ई। यूसी वर्मा, एसई सिटी