- देश के किसी भी जेल में बंद कैदी से मिलने के लिए ई-प्रिजन पोर्टल के थ्रू हो सकेगा रजिस्ट्रेशन
- अपनी डिटेल के साथ देनी होगी मिलने वाले कैदी की डीटेल
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syedsaim.rauf@inext.co.in
जेल में बंद कैदियों से 'मुलाकात' अब आसान हो जाएगी। इसके लिए ज्यादा मशक्कत नहीं करनी पड़ेगी। मुलाकात की राह आसान करते हुए सरकार ने लोगों को डिजिटल प्लेटफॉर्म मुहैया कराया है। ऑनलाइन मोड में ई-प्रिजन पोर्टल पर जाकर रजिस्ट्रेशन कराकर कैदियों से आसानी से मिला जा सकता है। मुलाकातियों को जेल में कैदियों से मिलने के लिए काउंटर पर लंबी लाइन भी नहीं लगानी पड़ेगी। पोर्टल पर दिए फॉर्म को भरने के बाद आपका रजिस्ट्रेशन हो जाएगा और जेल पहुंचते ही कैदी से मुलाकात हो जाएगी। ई-मिलन की यह व्यवस्था मई से शुरू हो चुकी है।
देना होगा अपना ब्यौरा
कैदियों से मुलाकात का रजिस्ट्रेशन कराने के लिए लोगों को http://eprisons.nic.in/NPIP/public/Home.aspx पर जाना होगा। यहां पर 'न्यू विजिट रजिस्ट्रेशन' ऑप्शन पर क्लिक करने पर एक फॉर्म ओपन होगा। इसमें 'विजिटर्स डीटेल' और 'टू मीट' दो फॉर्म ओपन होंगे। विजिटर्स डीटेल में मुलाकाती को अपना पूरा ब्यौरा देना होगा। वहीं कैदी के साथ उसका क्या संबंध है, इसके बारे में भी जानकारी देनी होगी। वहीं ई-मेल आईडी और मोबाइल नंबर भी रजिस्टर्ड कराना होगा। दूसरे फॉर्म में कैदी का नाम, वह देश की किस जेल में बंद है, इसके साथ ही विजिट डेट भी फिल करनी होगी। जिसके बाद यूजर को एक रजिस्ट्रेशन नंबर प्रोवाइड होगा।
होगी फौरन मुलाकात
जेल में पहुंचने के बाद लोगों को मुलाकात करने के लिए इंतजार नहीं करना होगा। अपनी रजिस्ट्रेशन स्लिप लेकर मुलाकाती जैसे ही जेल पहुंचेगा, उसका आईडी प्रूफ चेक कर उसे डायरेक्ट एंट्री दे दी जाएगी।
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अभी होती थी मुश्किल
अभी तक जेलों में कैदियों से मिलने के लिए लोगों को काफी मशक्कत करनी पड़ती थी। पहले उन्हें पेटिशन राइटर के पास जाकर मुलाकाती पर्ची बनवानी पड़ती थी, उसके बाद उन्हें उसे लेकर लाइन में लगना पड़ता था, जिसके बाद उनकी मुलाकात हो पाती थी।
गोरखपुर में 30 परसेंट ऑनलाइन
जेल में मुलाकातियों से मिलने के लिए मई माह में शुरू हुई यह सुविधा का फायदा लोग उठाने भी लगे हैं। जेल सुप्रिटेंडेट एसके शर्मा ने बताया कि दूर-दराज से आने वाले मुलाकाती इन दिनों ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराकर जेल पहुंच रहे हैं। वह आईडी प्रूफ दिखाकर डायरेक्ट एंट्री कर ले रहे हैं। रोजाना आने वाले लोगों में इसका रेश्यो 30-70 का है यानि कि हर 100 लोगों में से तीस लोग ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराकर मुलाकात के लिए जेल पहुंच रहे हैं।
सिर्फ एक बार रजिस्ट्रेशन
इस पोर्टल का एक फायदा और है, वह यह कि मुलाकातियों को बार-बार रजिस्ट्रेशन कराने की जरूरत नहीं पड़ेगी। एक बार अपनी सारी डीटेल सबमिट करने के बाद मुलाकाती उसी रजिस्ट्रेशन नंबर पर हर बार अपनी मुलाकात शेड्यूल करा सकते हैं। इसके लिए उन्हें बार-बार पूरा फॉर्म भी नहीं भरना होगा। एक बार रजिस्ट्रेशन के बाद जो रजिस्ट्रेशन नंबर अलॉट हो जाएगा, उसके थ्रू वह दोबारा मुलाकात की डेट फाइनल करा सकते हैं।
यूपी की यह जेल हैं शामिल
आदर्श कारागार
सेंट्रल जेल - आगरा, बरेली, फतेहगढ़, नैनी, वाराणसी
डिस्ट्रिक्ट जेल - बलरामपुर, कन्नौज, कौशांबी, आगरा, अलीगढ़, आजमगढ़, बदायूं, बहराइच, बलिया, बांदा, बरेली, बस्ती, बिजनौर, बुलंदशहर, देवरिया, एटा, इटावा, फैजाबाद, फतेहगढ़, फतेहपुर, फिरोजाबाद, गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, गाजीपुर, गोंडा, गोरखपुर, हमीरपुर, हरदोई, जौनपुर, झांसी, कानपुर, कानपुर देहात, लखीमपुर, ललितपुर, लखनऊ, महराजगंज, महोबा, मैनपुरी, मथुरा, मऊ, मेरठ, मिरजापुर, मोरादाबाद, मुजफ्फरनगर, ओरई, पीलीभीत, प्रतापगढ़, रायबरेली, रामपुर, शाहजहांपुर, सहारनपुर, सिद्धार्थनगर, सुल्तानपुर, सीतापुर, उन्नाव, वाराणसी, किशोर सदन बरेली, नारी बंदी निकेतन।
वर्जन
कैदियों से मिलने के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की शुरुआत हो चुकी है। दूर-दराज से लोग ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराकर पहुंच भी रहे हैं। अभी यह आंकड़ा 30-70 का है। आगे कोशिश की जाएगी कि 100 परसेंट लोग ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराकर ही जेल में मुलाकात के लिए पहुंचे।
- एसके शर्मा, सुप्रिटेंडेंट, डिस्ट्रिक्ट जेल, गोरखपुर