- विद्युत निगम की नई बिलिंग कंपनी अगस्त से शुरू करेगी काम
- इस महीने स्टर्लिग ट्रांसफॉर्मर लिमिटेड ही करेंगी घर-घर बिलिंग
- सेटअप तैयार करने के लिए नई कंपनी ने एक माह का समय मांग लिया
<- विद्युत निगम की नई बिलिंग कंपनी अगस्त से शुरू करेगी काम
- इस महीने स्टर्लिग ट्रांसफॉर्मर लिमिटेड ही करेंगी घर-घर बिलिंग
- सेटअप तैयार करने के लिए नई कंपनी ने एक माह का समय मांग लिया
GORAKHPUR: GORAKHPUR: गोरखपुर वासियों को फोटो युक्त बिजली बिल के लिए एक माह और इंतजार करना होगा। इस माह तक स्टर्लिग ट्रांसफॉर्मर के कर्मचारी घर-घर जाकर बिल बना रहे हैं। इसके लिए नई स्पाट बिलिंग कंपनी के कर्मचारियों को जुलाई में प्रशिक्षण दिया जाएगा। क्भ् जुलाई से कर्मचारियों का प्रशिक्षण कार्य शुरू हो जाएगा, जिसके कारण एक अगस्त से कंज्यूमर्स के बिल में मीटर रीडिंग का फोटो दिखेगा।
हर माह ख्0 से ख्भ् हजार बिल हाेते थे गलत
महानगर विद्युत वितरण निगम के एसई आरआर सिंह का कहना है कि महानगर में क्.म्0 लाख कंज्यूमर्स हैं, जिनमें हर माह लगभग म्0 से 70 हजार कंज्यूमर्स का बिल बनता है। बिलिंग कंपनियों के कर्मचारियों की लापरवाही के कारण लगभग ख्0 से ख्भ् हजार कंज्यूमर्स का बिल गड़बड़ हो जाता है। इसके कारण कंज्यूमर्स को परेशान होकर ऑफिस-ऑफिस चक्कर लगाना पड़ता था। कई कंज्यूमर्स तो इसकी शिकायत पूवरंचल विद्युत वितरण निगम के एमडी तक कर देते थे, उसके बाद एमडी ने यह निर्णय लिया कि अब बिलिंग कंपनियों के कर्मचारी बिल बनाने के साथ-साथ मीटर रीडिंग का फोटो भी लगाएंगे, जिससे विभाग को बिल जानने में आसानी होगी। साथ ही कंज्यूमर्स के बिल में भी पारदर्शिता रहेगी। उन्होंने बताया कि इसके लिए कम्प्यूटानिक्स इंडिया कंपनी को जिम्मेदारी सौंपी गई है। अफसरों का कहना है कि इस कार्य से सबसे अधिक राहत एरिया के जेई और एसडीओ को होगी। क्योंकि एक तो बिल गड़बड़ नहीं होगा और दूसरी तरह अगर कोई कंज्यूमर्स अपने बिल रीडिंग को गड़बड़ बताएगा तो उसके फोटो से मौके से ही सही कर दिया जाएगा। जबकि पहले किसी कर्मचारी को कंज्यूमर्स के घर भेजकर रीडिंग बेरीफाई करना पड़ता था।
क्फ्फ्0 कंज्यूमर्स का बिल बनाएगा एक कर्मचारी
आरआर सिंह ने बताया कि नई स्पाट बिलिंग कंपनी पहली अगस्त से काम शुरू हो सकती है। इसके लिए योजना बना ली गई है और उच्चाधिकारियों ने स्वीकृत भी दे दी है। महानगर में क्.म्0 लाख कंज्यूमर्स के लिए कुल क्ख्0 कर्मचारियों की तैनाती की जाएगी। ऐसे में एक कर्मचारी पर लगभग क्फ्फ्0 कंज्यूमर्स का बिल बनाएगा। उन्होंने बताया कि वाराणासी में इस योजना की अत्याधुनिक एसवीएम मशीन आ गई है। चार से पांच दिन में यह मशीन गोरखपुर आ जाएगी।
वर्जन
योजना बन गई है, अब बिल गड़बड़ होने की संभावना बहुत कम हो जाएगी और अगर किसी को बिल गड़बड़ होता है तो वह तत्काल सही किया जा सकता है। एक अगस्त से यह योजना शहर में शुरू हो जाएगी।
आरआर सिंह, एसई, महानगर विद्युत वितरण निगम