गोरखपुर (ब्यूरो)। परिवहन निगम ने पहले पुरानी जनरथ एसी बस को तैयार कर उसे चलाने का निर्णय लिया था। उद्घाटन का भी दिन मुकरर हुआ। इसके बाद मुख्यालय से आदेश मिला कि अब नई एसी बस आने के बाद भी इंटरनेशनल सेवा बहाल की जाएगी। यह पहल टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए की गई। गोरखपुर से नेपाल की सैर करने वाले टूरिस्टों को अभी इंटरनेशनल बस सेवा का इंतजार करना होगा।
कोविड से पहले भी सेवा नहीं
कोविडकाल के पहले भी बस सेवा का संचालन नहीं हो पाया था। परिवहन निगम ने बस संचालन की तैयारी कैंसिल कर दी है। बस सेवा के शुरू हो जाने से काठमांडू की सैर करने की इच्छा रखने वाले पूर्वांचल के लोगों और टूरिस्ट को राहत मिलने का दावा किया, लेकिन सेवा नहीं शुरू हो सकी। इसके बाद गोरखपुर-काठमांडू के बीच राप्तीनगर की एसी जनरथ बस चलाई जानी थी, पुरानी बस पर लाखों रुपए खर्च आधुनिक बस तैयार किया। इस बस सेवा के लिए भारत-नेपाल से हरी झंडी भी मिल गई। परिवहन विभाग ने परमिट भी जारी कर दिया, लेकिन अभी तक संचालन नहीं शुरू किया जा सका है।
हाईलाइट्स -
- गोरखपुर बस स्टेशन परिसर में टिकट के लिए काउंटर भी रिजर्व किया।
- काउंटर के अलावा ऑनलाइन टिकट भी बुक की व्यवस्था की गई।
- प्रतिव्यक्ति लगभग 11 सौ रुपये किराया भी तय हो गया।
- बस गोरखपुर से शाम चार बजे और काठमांडू से शाम पांच बजे रवाना होने का समय भी फिक्स हुआ।
भारत-नेपाल इंटरनेशनल बस सेवा संचालित करने के लिए मुख्यालय का पत्र भेजा गया है। अनुमति मिलने के बाद सेवा बहाल कर दी गई है।
- लव कुमार सिंह, आरएम, गोरखपुर रीजन