गोरखपुर (ब्यूरो)।यही वजह है कि चोरी के मोबाइल नेपाल में कई गुनी कीमत पर बिक जा रहे हैं। रविवार को गोरखपुर में लूट, चोरी करने वाले गैंग के पकड़ में आने के बाद यह खुलासा हुआ। इन बदमाशों ने पुलिस को बताया कि वे चोरी के मोबाइल को नेपाल जाकर बेचते हैं। वहीं बार्डर पर भी लगातार तस्करी के लिए नेपाल ले जा रहे लाखों रुपए के मोबाइल पकड़े जा चुके हैं।
शातिर काला कौवा ने खोले राज
रविवार को कैंट थाने की पुलिस ने गैंग लीडर दीपक उर्फ काला कौवा, राम बेलास और सुर्यकुंड के वीरू को अरेस्ट किया। इनके पास से चोरी के पैसे और नशीला पदार्थ पुलिस ने बरामद किया। ये बदमाश शहर में मोबाइल झपटने और चेन स्नेचिंग का काम करते हैं। इसके अलावा गड्डी बाजी कर लोगों को धोखा भी देेते हैं। इन बदमाशों ने बताया कि चोरी का मोबाइल खपाना आसान है। आठ दस मोबाइल हो जाने पर उसे नेपाल जाकर बेचते हैं, उसकी अच्छी कीमत भी वहां मिलती है।
बॉर्डर पर पकड़ा गया 143 मोबाइल
9 दिसंबर 2022 को दिल्ली सोनौली जनरथ बस में पुलिस, एसएसबी और कस्टम विभाग की संयुक्त टीम ने कुनसेरवा चौराहे से भारी मात्रा में मोबाइल बरामद किया। सोनौली पुलिस ने बताया कि दिल्ली से सोनौली जा रही बस में चालक की सीट के पास गत्ते में रखा 143 एंड्रॉयड मोबाइल मिला। ये मोबाइल सोनौली के रास्ते तस्कर नेपाल भेज रहे थे। इसमें कोई तस्कर अरेस्ट नहीं हो सका।
11 दिसंबर को भी पकड़ा गया मोबाइल
एसएसबी और पुलिस की संयुक्त टीम ने 11 दिसबंर 2022 को दो तस्करों को मोबाइल फोन, लैपटॉप समेत अन्य इलेक्ट्रॉनिक सामान के साथ अरेस्ट किया। गुजरात के पाटन निवासी दो तस्कर बड़े से बैग में भरकर ये सामान नेपाल लेकर जा रहे थे।
पहले बिकती थी चोरी की बाइक
अभी तक चोरी की बाइक बदमाश नेपाल ले जाकर बेचते थे। आए दिन ऐसा मामला आता था, जिसमे लुटेरों की गिरफ्तारी के बाद ये पता चलता था कि नेपाल में बैठा सरगना चोरी की गाडिय़ों को खरीदने का काम करता है। नेपाल जाने के बाद कोई भी चोरी का सामान एक नंबर में कनवर्ट करना सरगना अच्छी तरह जानते हैं।