- मंगलवार को भी गोरखधाम में वेटिंग वालों को नहीं चढ़ने दिया गया

- बिना किसी सूचना के अचानक ट्रेन से उतार देने पर भड़के पैसेंजर्स

GORAKHPUR: 'यात्रीगण कृपया ध्यान देंगोरखपुर से लखनऊ, कानपुर के रास्ते हिसार को जाने वाली गाड़ी संख्या 12555, गोरखधाम एक्सप्रेस में जिन यात्रियों का टिकट वेटिंग है, वह इस ट्रेन में यात्रा नहीं कर सकते। अगर कोई यात्री वेटिंग टिकट लेकर गाड़ी में यात्रा करते पाया गया तो उसे बीच रास्ते में उतार दिया जाएगा, साथ ही जुर्माना भी देना पड़ेगा। ऐसे यात्री जिनका टिकट वेटिंग है, वह कृपया आरक्षण केंद्र जाकर अपना टिकट कैंसिल करा लें। जीहां, यह एनाउंसमेंट मंगलवार को रेलवे स्टेशन पर उस समय हो रहा था। उस समय गोरखधाम एक्सप्रेस प्लेटफार्म नंबर दो पर लगने वाली थी। इसके साथ ही पैसेंजर्स के बीच अफरातफरी मच गई। क्योंकि मंगलवार को भी गोरखधाम एक्सप्रेस में वेटिंग लिस्ट वाले पैसेंजर्स को नहीं चढ़ने दिया गया। इसे लेकर पैसेंजर्स में काफी नाराजगी देखने को मिली। पैसेंजर्स आरोप लगाने लगे कि रेलवे अचानक से इस तरह पैसेंजर्स को उतार कर पब्लिक का पैसा लूट रही है।

तत्काल-प्रीमियम का क्या होगा

इस दौरान पैसेंजर्स ने आई नेक्स्ट टीम से रो-रोकर अपना दर्द बयां किया। पैसेंजर्स का आरोप है कि अगर ऐसा नियम निकाला गया तो फिर ट्रेन जाने के एक दिन पहले टिकट क्यों जारी किया गया। वेटिंग लिस्ट का टिकट तो कैंसिल हो जाएगा, लेकिन तत्काल और प्रीमियम तत्काल के टिकट का तो एक भी पैसा वापस नहीं मिलेगा। किसी के बच्चे का एग्जाम छूट गया तो कोई अपने रिलेटिव के खास मौके पर नहीं पहुंच पाया। पैसेंजर्स कहने लगे कि अचानक से इस तरह हम लोगों को उतार देने से अब तो हमारे पास कोई ऑप्शन ही नहीं बचा। ऐसी स्थिति में अब कोई क्या करेगा।

मेरा बेटा दिल्ली में पढ़ाई करता है। मैं भी उसी के साथ वहां रहती हूं। किसी जरूरी काम से हम लोग गोरखपुर आए थे। बुधवार को मेरे बेटे का दिल्ली में एग्जाम है और हम लोगों का पहुंचना बहुत जरूरी है। मेरा टिकट प्रीमियम तत्काल कोटे से कंफर्म है, लेकिन मेरे बेटे का वेटिंग है। स्टेशन पर ट्रेन में चढ़ने से रोक दिया गया। टीटीई लोग कहने लगे कि तुम जा सकती हो, लेकिन तुम्हारा बेटा नहीं जा सकता। ऐसे में मैं जाकर क्या करूंगी। मेरे बेटे का तो एग्जाम छूट जाएगा।

-राजिया खातून, पैसेंजर

मेरा टिकट वेटिंग है। बिना कोई सूचना दिए मुझे ट्रेन से उतार दिया गया। यह तो गलत है, अगर कोई ऐसा नियम आया भी है तो इसकी सूचना रेलवे को पहले देनी चाहिए थी। अब क्या यह लोग किसी ट्रेन में वेटिंग वालों को नहीं जाने देंगे। किसी को भी वेटिंग लेकर ट्रेन में धक्का खाने का शौक नहीं लगा है। हर कोई मजबूरी में ही ऐसे जाता है। एकाएक इस तरह ट्रेन से उतार देने के बाद अब तो हम लोगों के पास कोई रास्ता ही नहीं बचा। मैं कल ही रेलवे स्टेशन के टिकट काउंटर से टिकट बुक कराया हूं। बुकिंग क्लर्क ने भी इस बात की कोई जानकारी नहीं दी कि टिकट वेटिंग होने पर इस ट्रेन में नहीं जाने दिया जाएगा। इस समय तो अब किसी ट्रेन में वेटिंग भी नहीं मिलेगा कि जा सकूं।

शाकिब जमाल, पैसेंजर

मेरी बहन की तबियत काफी खराब है। इसलिए दिल्ली जाना जरूरी है। अभी स्टेशन पर आया तो एनाउंसमेंट हो रहा था। इसके बाद ट्रेन में चढ़ने से रोक दिया गया। ट्रेन में अगर वेटिंग लिस्ट के पैसेंजर्स को नहीं जाने देने का नियम लागू हुआ है तो वेटिंग टिकट जारी क्यों किया जा रहा है। टिकट ही नहीं जारी होता तो पैसेंजर्स दूसरा ऑप्शन तलाश लेते। यह तो पब्लिक को बेवकूफ बनाकर लूटने वाली बात हो है। टिकट कराते समय रिजर्वेशन फार्म पर मोबाइल नंबर भरा गया था। इतना बड़ा बदलाव करने के बाद क्या रेलवे को एक फोन कर पैसेंजर्स को बताना भी जरूरी नहीं था। एक तो अब किसी ट्रेन में टिकट मिलता नहीं है। उसपर वेटिंग लिस्ट के पैसेंजर्स को उतार देना तो बेहद गलत है।

-सरोज तिवारी, पैसेंजर

मेरा दो लोगों का वेटिंग टिकट था। मैं चार बजे यह सोचकर स्टेशन पहुंचा कि किसी तरह एडजस्ट करके चल जाऊंगा, लेकिन ट्रेन में चढ़ने से पहले ही यह कहकर रोक दिया गया कि इस ट्रेन में नहीं जा सकते हैं। मैंने काफी रिक्वेस्ट भी की, लेकिन मेरी एक न सुनी गई। मेरा जाना बहुत ही जरूरी है तभी मैंने वेटिंग में जाने की हिम्मत जुटाई। वरना टिकट के पूरे पैसे देने के बाद भी ऐसे धक्के खाकर कौन जाना चाहता है। रेलवे सिर्फ अपना फायदा सोच रही है। पब्लिक के नुकसान से उसका कोई लेना-देना नहीं है।

कृष्णा, पैसेंजर