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-त्योहार की भीड़ में फिर सक्रिय हुए रेलवे के टिकट दलाल
-मुंबई व बिहार से आ रही टिकट की खेप, मिल रही मुंह-मांगी कीमत
GORAKHPUR: फेस्टिवल सीजन बूम पर है, ट्रेनों में नो रूम है और दलालों की धूम है। कन्फर्म टिकट तो छोडि़ए, वेटिंग टिकट के भी लाले हैं। इन हालात का फायदा टिकट के दलाल जमकर उठा रहे हैं। इसका खुलासा हुआ है आई नेक्स्ट के स्टिंग में। आज हम आपको बताएंगे कि कैसे यहां के टिकट दलाल मुंबई व बिहार से कन्फर्म टिकट मंगाकर मुंहमांगी कीमत वसूल रहे हैं।
30 सेकेंड में दिल्ली-मुंबई गायब
त्योहारों के मौके पर सबसे अधिक भीड़ दिल्ली व मुंबई रूट की ट्रेनों में है। 15 नवंबर के बाद तक कंफर्म टिकट मिलना तो दूर वेटिंग भी नसीब नहीं हो रहा है। पैसेंजर्स के सामने सिर्फ तत्काल का ही सहारा बचा है। आईआरसीटीसी टिकट बुकिंग के जानकारों के मुताबिक सुबह टिकट बुकिंग खुलने के 30 सेकेंड के अंदर ही दिल्ली व मुंबई की ट्रेनों के टिकट पूरे बुक हो जा रहे हैं।
ऐसे चलता है खेल
जानकारों के मुताबिक टिकट दलालों द्वारा मुंबई व बिहार के मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, सिवान व छपरा से टिकट बुक कराकर मंगवाने की सबसे बड़ी वजह यह है कि वहां सक्रिय दलालों ने अपने सिस्टम पर आईआरसीटीसी की वेबसाइट को फास्ट करने वाला सॉफ्टवेयर लगा रखा है। इसके जरिए महज चंद सेकेंड्स में ही वहां बैठे टिकट दलाल हाई स्पीड सर्विस का इस्तेमाल करके पूरे देश भर के टिकट बुक कर ले रहे हैं। इसके बाद इन टिकटों को मेल व बाई हैंड विभिन्न शहरों के एजेंट्स को बेचा जा रहा है।
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मुंबई व बिहार से आ रहा टिकट
आई नेक्स्ट रिपोर्टर ने पैसेंजर बनकर सिटी में सक्रिय एक टिकट दलाल से टिकट के लिए बात की। इस दौरान उसने यह बात खुद कबूल की।
रिपोर्टर व टिकट दलाल की बातचीत
रिपोर्टर - भाई दिल्ली के लिए एक टिकट चाहिए।
दलाल - कब जाना है?
रिपोर्टर - कल ही जाना है।
दलाल - अभी पूरे महीने बहुत भीड़ है, कोई टिकट नहीं बन रहा।
रिपोर्टर - भाई जाना काफी अर्जेट है, प्लीज कुछ कीजिए।
दलाल - नहीं भाई, तत्काल में भी कोई टिकट नहीं बन पा रहा।
रिपोर्टर - प्लीज देख लीजिए, जितना पैसा होगा मैं दे दूंगा।
दलाल - ठीक है, स्लीपर में चाहिए या एसी?
रिपोर्टर - किसी में भी चलेगा।
दलाल - वैशाली में करा देता हूं। डिटेल व पैसा लाकर जमा करो।
रिपोर्टर - कितना पैसा लगेगा?
दलाल - स्लीपर में 1500 और एसी का 3500.
रिपोर्टर - बहुत अधिक पैसा बता रहे हैं, कुछ कम कीजिए।
दलाल - अरे भाई टिकट मिल जा रहा वही बहुत है।
रिपोर्टर - कुछ देख लो भाई, कुछ कम कर दो।
दलाल - स्लीपर में नहीं कम होगा, एसी में कुछ कम हो जाएगा।
रिपोर्टर - ठीक है तो कब आना होगा?
दलाल - टिकट मुंबई से कराकर मंगवाना है, अभी पैसा जमा कीजिए
रिपोर्टर - टिकट कब मिलेगा?
दलाल - टिकट कल मुंबई से होकर मेल पर आएगा, 12 बजे तक मिल जाएगा।
रिपोर्टर - ठीक है कहां मिलना होगा?
दलाल - आप स्टेशन पर आकर इसी नंबर पर फोन कर लेना।
रिपोर्टर - ठीक है, मैं बताता हूं।