- मोहद्दीपुर और कूड़ाघाट में नहीं है एक भी यूरिनल
- इन मार्केट में डेली अन्य जिलों से आते हैं हजारों लोग
- रोड के किनारे या रामगढ़ताल का करते हैं इस्तेमाल
GORAKHPUR: किसी भी शहर में प्रवेश करते ही मन में उसकी छवि बनने लगती है। अपने शहर की बात करें तो कूड़ाघाट और मोहद्दीपुर को इसका प्रवेश द्वार कहा जा सकता है। बाहर से आने वालों को वैसे तो यहां पहुंचते ही एक साफ सुथरे और सुविधाओं वाले शहर का एहसास होना चाहिए। लेकिन ऐसा हो नहीं रहा। विकास की बात तो छोडि़ए यहां पर मामूली लेकिन बेहद जरूरी सुविधा की ही कमी है। लगभग दो किमी लंबे मोहद्दीपुर मार्केट में सुलभ शौचालय तो क्या एक यूरिनल तक नहीं है। कुछ ऐसा ही हाल कूड़ाघाट का भी है। कूड़ाघाट में तो कुछ साल पहले गन्ना शोध संस्थान की ब्राउंड्री के किनारे एक यूरिनल था। लेकिन नगर निगम के कर्मचारियों ने अब उसे कूड़ादान में तब्दील कर दिया है। इन व्यस्त मार्केट में रोजाना हजारों लोग आते हैं। यूरिनल ना होने से पब्लिक को मजबूरन नालियों या रामगढ़ताल का सहारा लेना पड़ता है।
एरिया का नाम- मोहद्दीपुर से कूड़ाघाट तक
मार्केट की खासियत- लोकल एरिया का सबसे बड़ा मार्केट है
मार्केट की लंबाई- लगभग तीन किमी
दुकानों की संख्या- 3000
दुकानों पर कार्य करने वाले वर्कर की संख्या- 6000
कस्टमर की संख्या- दो लाख
कहां-कहां से आते हैं कस्टमर- मोहद्दीपुर में आस-पास के अलावा बिछिया, देवरिया, कुशीनगर और बिहार के लोग आते हैं। जबकि कूड़ाघाट में एयरफोर्स, सिंघाडि़या, कूड़ाघाट आवास विकास कॉलोनी, देवरिया और इंजीनियरिंग कॉलेज के लोग आते हैं।
कूड़ाघाट और मोहद्दीपुर की खासियत
- यह दोनों मार्केट शहर के प्रवेश द्वार हैं।
- मोहद्दीपुर में लगभग एक हजार और कूड़ाघाट में दो हजार दुकानें हैं
- इन दुकानों के मालिक और कर्मचारियों की संख्या लगभग 8000 है
- कूड़ाघाट में शाम को लगने वाले सब्जी मार्केट में डेली 50 हजार लोग आते हैं
- मोहद्दीपुर में कई नए शॉपिंग कॉम्पलेक्स का हो रहा है निर्माण
- बजाज, उषा जैसे कई प्रमुख इलेक्ट्रिॉनिक सामानों की एजेंसियां भी हैं
यहां जाते हैं लोग
मोहद्दीपुर में
- उद्यान विभाग की बाउंड्री पर
- निर्माणाधीन बिल्डिंगों की दीवारों के किनारे
- गुरुद्वारा गली में
- श्री टॉकीज के बगल वाली गली में
- नहर रोड पर
- आरकेबीके के बगल में रामगढ़ताल के किनारे
कूड़ाघाट में
- रामगढ़ताल पुल के किनारे
- कूड़ाघाट पुलिस चौकी के किनारे
- शांति मैरेज हॉल के बगल में
- गन्ना शोध संस्थान की बाउंड्री के किनारे
- गिरधरगंज बाजार की गली में
- गिरधरगंज बाजार के प्राथमिक पाठशाला के ग्राउंड में