-डीडीयूजीयू के दीक्षा भवन और कला संकाय भवन में शुरू हुई मुख्य परीक्षा
GORAKHPUR: दोपहर 2 बजे से शुरू हुए बीकॉम थर्ड इयर के पेपर में जहां सामान्य परीक्षार्थी अपने निर्धारित कमरे में प्रवेश कर रहे थे। वहीं रूम एलॉट होने के बाद भी दिव्यांग अलग बैठे नजर आए। इन परीक्षार्थियों को दोहरा एग्जाम देना पड़ा। रूम तक पहुंचाने के लिए कोई व्यवस्था न होने से उन्हें नीचे बरामदे में बैठकर ही एग्जाम देना पड़ा। दिव्यांग पंकज सागर बताते हैं उनका सेंटर दीक्षा भवन के उपरी तल के कमरा नंबर 201 में था, लेकिन उनकी परीक्षा गैलरी में बैठाकर कराई गई। वहीं अभिषेक बताते हैं उनके भाई अमर दिव्यांग हैं। उन्हें वे परीक्षा दिलाने आए थे। रूम तक ले जाने ले आने के लिए व्हील चेयर की व्यवस्था नहीं थी। जिसके कारण उन्होंने अपने कंधे पर लादकर भाई को रूम नंबर 108 तक पहुंचाया।
बीए, बीएससी का था पेपर
डीडीयू गोरखपुर यूनिवर्सिटी की मुख्य परीक्षाएं शुक्रवार से शुरू हुई। सुबह पाली के केंद्राध्यक्ष डॉ। सुशील तिवारी ने बताया कि सुबह 8 बजे से शुरू हुई परीक्षा में बीए भाग तीन अर्थशास्त्र फर्स्ट पेपर, बीएससी भाग तीन के अर्थशास्त्र, रसायन, इलेक्ट्रिानिक्स, कंप्यूटर साइंस के फर्स्ट पेपर थे। जिसमें कुल 1148 परीक्षार्थी रजिस्टर्ड थे। इसमें 1441 परीक्षार्थी प्रेजेंट और 47 अब्सेंट रहे। वहीं दूसरे पाली में बीकॉम भाग एक एकाउंट्स एंड स्टैटिस्टिक्स फर्स्ट पेपर व बीकॉम भाग तीन के कॉरपोरेट अकाउंटिंग में दीक्षा भवन सेंटर पर रजिस्टर्ड 2132 में से 119 ने एग्जाम छोड़ दिया। दूसरी ही पाली के कला संकाय भवन सेंटर पर 1301 रजिस्टर्ड थे। जिसमें 1200 एग्जाम में शामिल हुए।
लगाया लापरवाही का आरोप
छात्र नेता शिवशंकर गौड़ ने बताया कि वार्षिक परीक्षा शुरू हो गई। शुक्रवार को मुख्य परीक्षा थी, लेकिन दोनों पालियों के परीक्षा में मेन गेट के सामने परीक्षा केंद्र तक पहुंचने के लिए कोई नोटिस बोर्ड नहीं लगाया गया था। जबकि इसके पिछले परीक्षाओं में नोटिस बोर्ड लगाया गया था। इसके लिए चीफ प्राक्टर से शिकायत भी की गई है।
नहीं तो परीक्षार्थी होंगे जिम्मेदार
चीफ प्राक्टर डॉ। सतीश चंद्र पांडेय ने बताया कि डीडीयूजीयू के वार्षिक परीक्षा में आने वाले परीक्षार्थियों को बार-बार मना करने के बावजूद भी वह कैरी बैग, मोबाइल के अलावा कापी किताब ला रहे हैं। अगर वह इसी तरह से अपने सामग्री लाते रहे तो इनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। चीफ प्राक्टर ने बताया जो परीक्षार्थी साइकिल, बाइक या स्कूटी से आ रहे हैं। वह अपने वाहन निर्धारित स्टैंड में खड़ी करें। अन्यथा किसी भी सामान के गायब होने पर वह स्वयं जिम्मेदार होंगे।