-कॉम्प्लेक्स के निर्माण में नहीं रखा गया दिव्यांगों का ध्यान
GORAKHPUR: क्या सिटी के शॉपिंग कॉम्प्लेक्स में दिव्यांग शॉपिंग नहीं करते? अगर करते हैं तो कैसे? सिटी के शॉपिंग कॉम्प्लेक्सों के रिएलिटी चेक के दौरान यह सवाल आई नेक्स्ट टीम के सामने बार-बार आया। किसी भी काम्ॅप्लेक्स में दिव्यांगों को दुकानों तक पहुंचाने और वापस सड़क तक लाने की कोई व्यवस्था नहीं दिखी। गौर करने वाली बात यह है कि इन शॉपिंग कॉम्प्लेक्सों की सीढि़यां भी काफी ऊंची हैं।
बलदेव प्लाजा
दोपहर 1 बजे आई नेक्स्ट की टीम सिटी के दिल कहे जाने वाले बलदेव प्लाजा में पहुंची। यहां पर कोई रैंप नहीं है। एक दिव्यांग बड़ी मुश्किल से कॉम्प्लेक्स की दुकान में जाने के लिए सीढि़यों पर चढ़ते दिखा। आसपास के लोग भी उसकी चढ़ाई में हो रही कठिनाई को रुककर देखने लगे। तभी एक महिला ने हाथ बढ़ाकर उसकी कठिनाइयां कम करने की कोशिश की। आई नेक्स्ट टीम ने वहां तैनात एक कॉम्प्लेक्स कर्मी से दिव्यांग को व्हील चेयर उपलब्ध कराने को कहा। इस पर उसने बताया कि यहां व्हील चेयर की व्यवस्था नहीं है। वहीं कॉम्प्लेक्स ओनर सतीश नांगलिया ने बताया कि इधर कुछ दिव्यांग कॉम्प्लेक्स में आने शुरू हुए हैं। एक महीने के अंदर सीढि़यों को तोड़कर रैम्प बनाने की व्यवस्था की जा रही है। वहीं बलदेव प्लाजा सोसायटी के अध्यक्ष अनिल टेबड़ीवाल ने कहा जल्द ही व्हीलचेयर भी रखवा दिया जाएगा। जिससे दिव्यांगों को कोई दिक्कत न हो।
मंगलम टावर
आई नेक्स्ट की टीम 1:30 बजे मंगलम टॉवर पहुंची। यहां भी न तो सीढि़यों पर रैंप दिखे और न ही दिव्यांगों के लिए दूसरी कोई व्यवस्था नजर आई। इस टॉवर में बैंक, एटीएम, सहित करीब दर्जनभर मल्टीनेशनल कंपनियों के ऑफिस हैं। आई नेक्स्ट रिपोर्टर ने इस संबंध में टॉवर के मैनेजर प्रमोद सिंह से बात की तो उन्होंने बताया कि पिछले महीने ही टॉवर के ओनर ने रैंप बनवाने और सभी जरूरी सुविधाओं से युक्त करने के लिए निर्देश दिए थे। इसको लेकर नक्शा भी बन चुका है। जल्द ही काम शुरू हो जाएगा।