- बैंक में सक्रिय रहकर बना रहे शिकार
- हर वारदात में शामिल रहते हैं दो युवक
GORAKHPUR: खोराबार के कुसम्ही बाजार में उचक्कों की हरकतें बढ़ती जा रही है। हर घटना में जांच पड़ताल के बाद कार्रवाई का आश्वासन देकर पुलिस चली जाती है। पिछली वारदातों का खुलासा न होने से उचक्कों के हौसले बढ़ते जा रहे हैं। उचक्कों की सक्रियता पुलिस कार्रवाई पर सवाल खड़ी कर रही। बावजूद इसके घटनाओं को लेकर कोई गंभीरता नहीं नजर आ रही।
दो सिपाहियों की लगती ड्यूटी
कुसम्ही बाजार में एसबीआई, पीएनबी और पूर्वाचल ग्रामीण बैंक की शाखाएं हैं। तीनों बैंक की शाखाएं दो सौ मीटर की दूरी पर अगल-बगल में हैं। पूर्वाचल ग्रामीण बैंक के सामने दो सिपाहियों की पिकेट लगती है। पिकेट पर मौजूद सिपाही मूवमेंट रहकर कस्बे की निगरानी भी करते हैं। बैंक के पास सुरक्षा कर्मचारी मौजूद होने के बावजूद लगातार वारदातें हो रही हैं। शनिवार को दो उचक्कों ने मजदूर का पैसा गायब कर दिया। इसके पहले की घटनाओं में दो युवक शामिल रहे।
बैंक के भीतर सक्रिय उचक्के
ग्राहकों को शिकार बनाने वाले उचक्के बैंक के भीतर ही सक्रिय रहते हैं। इस दौरान वह ऐसे ग्राहक की तलाश करते हैं जिसे आसानी से निशाना बनाया जा सके। कम पढ़े-लिखे, मजदूर तबके के लोगों पर उनकी खास नजर होती है। बैंक में सीसीटीवी कैमरे न होने का फायदा उठाते हुए उचक्के उनको आसानी से चूना लगाकर गायब हो जाते हैं। वारदात की सूचना पर पुलिस हर बार उचक्कों की तलाश करने वादा करके चली जाती है।
16 सितंबर 2015: भैंसहा निवासी रमाशंकर की पत्नी सिरजावती को नोट की गड्डी थमाकर उचक्के 32 हजार ले गए।
17 अगस्त 2015: रुद्रापुर, मथुरवा निवासी लाल बहादुर को एक लाख की गड्डी थमाकर आठ हजार का चूना लगाया।
मामले की जानकारी मिली है। इसकी जांच पड़ताल की जा रही है। संदिग्ध युवकों का हुलिया के आधार पर पता लगाया जा रहा है। समय-समय पर बैंक में चेकिंग भी कराई जाती है।
रामाशीष सिंह यादव, एसओ खोराबार