- मामले में लीपापोती करने में जुटी पुलिस

- नामजद अभियुक्तों के खिलाफ नहीं हो रही कार्रवाई

GORAKHPUR: खोराबार एरिया में फोरलेन किनारे हत्याकर फेंकी गई युवती के परिजनों, गांव के लोगों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया। कहा कि दिल्ली की तरह यह गोरखपुर का निर्भया कांड है। बेटी के अपहरण, हत्या के आरोपी को बचाने की कोशिश की शिकायत लेकर सोमवार को परिजन एसएसपी से मिलने पहुंचे। एसएसपी ने मामले की जांच का निर्देश दिया है। एसएसपी का कहना है कि मामले में कोई कोताही नही की जाएगी।

फोरलेन पर मिली थी डेडबॉडी

31 दिसंबर की सुबह बहरामपुर में फोरलेन किनारे एक अज्ञात युवती की डेड बॉडी मिली। बदमाशों ने युवती की गोली मारकर हत्या की, पहचान छिपाने के लिए चेहरा कूच दिया। आठ जनवरी को युवती की पहचान बेलीपार एरिया से पहुंचे लोगों ने युवती की पहचान अपनी बेटी के रूप में की। पुलिस को बताया कि गांव के एक युवक के बहकावे में युवती 13 दिसंबर को घर से निकली थी। 16 दिसंबर को उसकी गुमशुदगी बेलीपार थाना में दर्ज कराई गई।

युवक को छोड़ने पर आक्रोश

इसके बाद उसका कुछ पता नहीं चला। लोगों ने शहर में रहकर कपड़े की दुकान पर काम करने वाले युवक, उसके मित्र पर युवती की हत्या का आरोप लगाते हुए दूसरी तहरीर दी। युवती की पहचान पुख्ता होने के बाद पुलिस ने कार्रवाई का आश्वासन दिया। शनिवार की रात पुलिस ने गांव के दो लोगों को उठाया। एक वरिष्ठ सपा नेता के दबाव में पुलिस एक युवक को छोड़ दिया। इससे गांव में आक्रोश फैल रहा है।

पुलिस को संदेह

युवती के परिजनों ने कहा कि पहचान को लेकर कोई संशय नहीं है। लेकिन पुलिस डीएनए टेस्ट कराने की जिद पर अड़ी है। इसलिए तीन दिनों से उनको थाने पर बुलाया जा रहा है। हालांकि डीएनए जांच के लिए उनका सैंपल नहीं लिया गया। सोमवार को गांव के लोग थाने पहुंचे। वहां काईवाई में लापरवाही देखकर एसएसपी से मिलने पहुंचे। लोगों ने एसएसपी को बताया कि गांव के कुछ युवतियों को शहर के होटलों में ले जाते हैं। उनके साथ गलत काम किया जाता है। मामला उलझने पर पीडि़त परिवार और उनके मददगारों को हत्या की धमकी दी जा रही है। लोगों ने आरोप लगाया कि एक संगठित रैकेट चलाने वाले युवकों का गैंग है। इस मामले में पुलिस कार्रवाई करे तो कहानी सामने आ जाएगी।