- रात को हुई फॉल्ट तो जाग कर बितानी पड़ेगी रात

- नाइट गैंग के वेतन पर डेली खर्च हो रहा 11220 रुपए

द्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र : संडे रात से लेकर मंडे दोपहर तक सरस्वतीपुरम्, जंगलमातादीन और बिछिया के लगभग 2 लाख लोग बिना बिजली-पानी के रहे। रात की भीषण गर्मी में पसीने से तर लोग इस इंतजार में करवट बदलते रहे कि शायद अब बिजली आ जाए, लेकिन बिजली नहीं आई। पानी की टंकियां खाली हो गई थी और बिजली गुल थी। पब्लिक बिजली-पानी के लिए तरस रही थी और बिजली विभाग के कर्मचारियों की भारीभरकम फौज चोर फॉल्ट तलाशने में लगी रही। आश्चर्य की बात यह कि संडे रात 1 बजे रूटीन कटौती के बाद बिछिया के पीएसी कैंप के पास चोर फॉल्ट हो गया। बिजली विभाग की कर्मचारियों की फौज इस चोर फॉल्ट को 10 घंटे बाद तलाश पाई और सुबह 10 बजे के बाद इस एरिया में बिजली सप्लाई चालू हो पाई।

कहां करते हैं डयूटी?

महानगर विद्युत वितरण निगम के एसई आरआर सिंह का कहना है कि सिटी में रात को हुए फॉल्ट को सही करने के लिए 17 गैंग की तैनाती की गई है। एक गैंग में एक लाइनमैन और दो कुली होते हैं और एक सब स्टेशन पर एक गैंग की तैनाती होती है। एक कर्मचारी को एक दिन का वेतन 220 रुपए का वेतन दिया जाता है। इस तरह 51 कर्मचारियों पर एक दिन में 11220 रुपए बिजली विभाग खर्च करता है। इतने रुपए खर्च करने के बाद भी एक छोटा सा फॉल्ट पब्लिक को घंटों क्यों रुलाता है, ये समझ से परे है।

ट्रांसफॉर्मर के पास लगी आग

सर्किट हाउस कैंपस में लगे 250 केवीए के ट्रांसफॉर्मर में दोपहर 2 बजे अचानक आग लग गई। हालांकि मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड की गाड़ी ने आग पर काबू पा लिया, जिसके कारण कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ। बिजली विभाग के जेई संजय यादव ने बताया कि ट्रांसफॉर्मर के पास फ्यूज में गर्मी के कारण शार्ट सर्किट हो गया, जिसकी चिंगारी नीचे घास पर गिरी और आग पकड़ी ली। आग के कारण सर्किट हाउस, इंदिरा नगर, गौतमविहार एरिया में दो घंटे तक बिजली गुल रही।

रात को फॉल्ट सही करने के लिए कुल 51 कर्मचारियों की नाइट गैंग की तैनाती की गई है। कहीं भी लोकल फॉल्ट होने की कंप्लेन पर एक-दो घंटे में उसे ही सही कर दिया जाएगा। बिछिया में 10 घंटे का समय क्यों लगा है, इसकी जांच की जाएगी।

आरआर सिंह, एसई, महानगर विद्युत वितरण निगम