- फॉल्ट होने के बाद मरम्मत होने में लगते हैं 12-15 घंटे
- रात में होने वाली फॉल्ट ठीक होती है सुबह
GORAKHPUR : बिजली सप्लाई व्यवस्था की स्थिति सुधरने का नाम नहीं ले रही। मौसम चाहे भयंकर गर्मी का हो या हांड कपा देने वाली ठंड का, फॉल्ट हमेशा होते हैं। गर्मी के सीजन में फॉल्ट होती है या ट्रांसफॉर्मर जलते हैं तो बिजली विभाग के अफसर कहते हैं कि ठंड के मौसम में सब सही हो जाएगा, लेकिन हालात जस के तस हैं। इस बात का अंदाजा ठंड में हुए फाल्ट और ट्रांसफॉर्मर जलने की घटनाओं को देखकर लगाया जा सकता है। ट्रांसफॉर्मर जलने और फॉल्ट होने के बाद बिजली व्यवस्था को पटरी पर लाने में बिजली विभाग को क्ख् से क्भ् घंटे का समय लग रहा है।
ट्रांसफॉर्मर बदलने में गुजार दिया आधा दिन
सर्द मौसम में ट्रांसफॉर्मर जलने के बाद उसे रिप्लेस करने के लिए बिजली विभाग को मानों आसमान से तारे तोड़कर लाने पड़ते हैं। ख्7 दिसंबर ख्0क्ब् को रामगढ़ताल गांव में लगा ट्रांसफॉर्मर जल गया जिसे क्8 घंटे बाद ख्8 दिसंबर की शाम को बदला जा सका। वहीं ख्9 दिसंबर को तारांमडल की जीडीए कॉलोनी में ट्रांसफॉर्मर जला, पब्लिक को क्ख् घंटे तक बिजली से महरूम रहना पड़ा, तब जाकर ट्रांसफॉर्मर बदला गया। क् जनवरी को कृष्णा नगर प्राइवेट कॉलोनी का ट्रांसफॉर्मर जल गया, इसे रिप्लेस करने में भी बिजली विभाग ने क्भ् घंटे से ज्यादा का वक्त लिया।
तो इस नाइट गैंग का क्या मतलब?
सिटी की बिजली व्यवस्था दुरुस्त रखने और फॉल्ट को तत्काल सुधारने के लिए बिजली विभाग ने महानगर में ख्0ब् संविदा कर्मियों की नियुक्ति की है। 9 लाइनमैन और फ् ड्राइवर संविदा पर बतौर नाइट गैंग तैनात है। एक जेई ने बताया कि इन सभी की ड्यूटन्ी रात को लगाई जाती है, उसके बाद भी रात को कहीं फॉल्ट होने पर उसकी मरम्मत अगले दिन सुबह ही हो पाती है। न्यू इयर के पहले दिन बारिश के कारण सिटी के दर्जनों मोहल्लों में फॉल्ट हुए, लेकिन नाइट गैंग का कोई पता नहीं था। इन मोहल्लों में पूरी रात अंधेरा छाया रहा। साकेत नगर में मंडे नाइट क्क्.फ्0 बजे तार टूट कर गिरा, रात को ही पब्लिक ने सब स्टेशन के नंबर पर कंप्लेन की, लेकिन तार ट्यूज्डे सुबह क्0 बजे ही सही हो पाया। यही हाल अधियारीबाग, तिवारीपुर, इलाहीबाग, कोतवाली के सामने, रुस्तमपुर एरिया में भी रहा। रात में हुए फॉल्ट को सुबह सही किया गया।