गोरखपुर (ब्यूरो)। टीम ने यहां से गैंगेस्टर शशांक पांडेय के पड़ोसियों से पूछताछ की। साथ ही उसके दो दोस्तों मालवीय नगर निवासी अमन और शमसुद्दीन से भी जानकारी ली। इसके बाद टीम कुशीनगर रवाना हो गई।
शशांक के पास से मिली थीं 8 पिस्टल
पुलिस सूत्रों के अनुसार शशांक, लॉरेंस विश्नोई और गोल्डी बरार का शूटर है। साथ ही गैंग को वह असलहा भी सप्लाई करता है। पंजाब पुलिस ने शशांक को 24 जुलाई को अरेस्ट कर आठ पिस्टल बरामद की थीं। उसके साथ पकड़े गए तीन साथी अंबाला के रहने वाले थे। शशांक मूल रूप से बिहार के पश्चिम चंपारण के मैनाटारा के चुठहा का रहने वाला है। उसके पिता नित्यानंद दस वर्ष पहले नौकरी की तलाश में गोरखपुर आये थे। सिंघडिय़ा के आदर्शनगर स्थित बन्द पड़ी नमकीन फैक्ट्री में किराये पर रहते थे। सूत्रों के अनुसार सुबह 4 बजे एनआईए टीम सिंघडिय़ा पहुंची और अन्य किरायेदारों के आधार कार्ड भी लिए।
छह साल पहले पंजाब गया था शशांक
6 वर्ष पहले नित्यानंद की मौत हो गई, जिसके बाद शशांक पंजाब चला गया। वहां वह गोल्डी बरार और लॉरेंस बिश्नोई के साथ काम करने लगा। शशांक उनके लिए असलहा सप्लाई करता था। साथ ही वह सिद्धू मूसे वाला हत्याकांड में भी शामिल रहा। पंजाब पुलिस के गिरफ्तार करने से पहले वह 21 जून 2023 को वह अपने दो दोस्तों जो मालवीय नगर के रहने वाले थे। उनसे मिलने आया था। पड़ोसियों का कहना है कि तीनों अचानक बहुत अमीर हो गए। लोगों को रुपए बांटने लगे।
मथुरा से भी कर चुका है पढ़ाई
पड़ोसियों के मुताबिक शशांक इंटर के बाद पॉलिटेक्निक की पढ़ाई करने मथुरा चला गया। शशांक का बड़ा भाई विदेश में रहता है, दूसरे नंबर का भाई राहुल बस्ती में ठेकेदारी करता है। उसका कनेक्शन उत्तर प्रदेश के साथ उत्तराखंड दिल्ली, पंजाब के गैंगस्टर के साथ है। वह बुलंदशहर से एक-47 खरीदने के मामले में जेल जा चुका है।