BANSGAON: क्षेत्र के ग्राम भटवली बाजार में मंगलवार को एक खेत में लावारिस मिला एक नवजात शिशु लोगों के बीच कौतुहल का विषय बन गया है। बच्चे की परिवरिश करने का इरादा रखने वालों में उसे पाने की सीएचसी बांसगांव पर होड़ सी लगी रही।
शॉल में लपेटा था बच्चा
मिली जानकारी के अनुसार बांसगांव ब्लॉक के ग्राम मंझरिया निवासिनी और स्वास्थ्य विभाग में दाई के तौर पर काम करने वाली राजमति पत्नी भागीरथी और ग्राम करहल निवासिनी सावित्री पत्नी रामकृपाल दोनों एक साथ भटवली में बाजार करने आयी थी। दोनों को पता चला कि ग्राम प्रधान संतोश सिंह के घर से करीब सौ मीटर की दूरी स्थित सरसों के खेत में एक लावारिस नवजात शिशु पड़ा है। दोनों मौके पर पहुंची जहां पर तमाशबीनों के बीच से राजमति ने बच्चे को गोद में उठाया और उसे लेकर बांसगांव सामुदायिक स्वाथ्य केन्द्र पहुंचाया। राजमति ने बताया कि करीब तीन बजे एक शॉल में लपेट कर फेंका गया नालयुक्त बच्चा कीचड़ से सना मिला। अस्पताल में उसकी साफ -सफाई करने के साथ ही नाल काटने के बाद उसका प्राथमिक उपचार चल रहा है। बच्चा पूरी तरह से स्वस्थ्य है। सूचना मिलने पर अस्पताल पहुंची मुकामी पुलिस ने वैधानिक औपचारिकता पूरी कर इसकी सूचना चाइल्ड केयर सेंटर गोरखपुर को भेजने के साथ ही बच्चे की सुपुर्दगी तक उसकी बेहतर देखभाल करने का स्वास्थ्य कर्मियों को निर्देष दिया है।
बच्चा पाने की लगी होड़
भटवली बाजार में लावारिस हाल में मिले नवाजात शिशु की परिवरिश के लिए अस्पताल में उसे पाने के लिए करीब आधा दर्जन लोगों में होड़ सी लगी रही। चार पुत्रियों की मां करहल की सावित्री पत्नी रामकृपाल, मंझरिया की दाई राजमति पत्नी भागीरथी, तीन पुत्रियों के पिता देवडार बाबू निवासी डॉ। रामविंध्याचल, निसंतान होने का अभिशाप झेल रहे भटवली बाजार के हरिनाथ अस्पताल में बच्चे को पाने के लिण् प्रयास करने में जुटे रहे। बच्चा कौन पायेगा इसे तो चाइल्ड केयर सेंटर के लोगों को ही तय करना है। यह जानकारी सीएचसी के अधीक्षक डॉ। एएन प्रसाद ने दी।