- जांच और ऑपरेशन के नाम पर धनउगाही
- परिजनों ने डीएनए टेस्ट व कार्रवाई की मांग की
GORAKHPUR: जिला महिला अस्पताल में रविवार को बच्चा बदलने का मामला प्रकाश में आया। इसके साथ ही परिजनों ने डॉक्टर और हेल्थ एंप्लाइज पर धनउगाही का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि खून की जांच के नाम पर भी पैसे लिए गए। इसकी शिकायत टोल फ्री नम्बर 1800-180-5145 पर चिकित्सा स्वास्थ्य परिवार कल्याण से की गई है।
सुनकर हैरान हो गए परिजन
कैंट एरिया के सिघडि़या निवासी राजू शर्मा आटो चालक है। पत्नी 32 वर्षीय अनुराधा की डिलेवरी होनी थी। शनिवार को फैमिली मेंबर्स ने जिला महिला अस्पताल में भर्ती कराया। जहां डॉक्टर ने ब्लड टेस्ट करवाने को कहा। आरोप है कि ब्लड टेस्ट के नाम पर लैब एंप्लाई ने 600 रुपये ले लिया। इतना ही नहीं जांच में उसे सिर्फ ब्लड ग्रुप ही बताया गया। रात में ही डॉक्टर ने परिजनों को सीजर की सलाह दी। रविवार की सुबह पहला ऑपरेशन किया जाना था, लेकिन इससे पहले दो और महिलाओं का सीजर किया गया। फैमिली मेंबर्स का आरोप है कि ऑपरेशन के नाम पर डॉक्टर ने ओटी में ही 1000 और दाई ने 400 रुपये की मांग की। परिजनों के पैसा देने के बाद दाई ने बताया कि लड़का पैदा हुआ है। फिर दस मिनट बाद बताया गया कि बच्ची ने जन्म दिया है। यह सुनकर परिवार के लोग चौंक गए। राजू शर्मा ने बताया कि रिपोर्ट पर हस्ताक्षर के लिए बुलाया गया, जिस पर उन्होंने हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया। बाद में डॉक्टर और हेल्थ एंप्लाइज के दबाव में आकर मजबूरन हस्ताक्षर करना पड़ा।
डीएनए टेस्ट की मांग
राजू शर्मा का आरोप है कि डॉक्टर और हेल्थ एंप्लाइज की लापरवाही की वजह से बच्चा बदला गया है। उसने डीएनए टेस्ट की मांग की है। साथ ही संबंधित डॉक्टर और हेल्थ एंप्लाई के खिलाफ कार्रवाई की भी मांग की। परिजनों का कहना है कि महिला अस्पताल में धनउगाही का खेल चल रहा है। यहां सभी लोग इससे त्रस्त है, लेकिन कोई भी मुंह खोलने को तैयार नहीं है। यदि कार्रवाई नहीं की गई तो ऊपर तक जाएंगे।
शिकायत करने वाले से मामले की जानकारी ली जा रही है। यदि लापरवाही की गई है तो इसकी जांच कराकर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
- डॉ.नीना त्रिपाठी, सीएमएस