- सीट बदलने से प्रत्याशियों की बढ़ी परेशानी
- विकास भवन का चक्कर लगा, दर्ज कर रहे आपत्ति
GORAKHPUR : जिला पंचायत, क्षेत्र पंचायत सदस्य और ब्लाक प्रमुखों का अनन्तिम आरक्षण जारी होते ही सरगर्मी बढ़ गई। सोमवार को विकास भवन पर संभावित प्रत्याशियों और उनके समर्थकों का तांता लगा रहा। सीट के आरक्षण में बदलाव से जहां संभावित प्रत्याशियों के चेहरे मुरझा गए। आरक्षण देखकर नये प्रत्याशियों ने सोमवार से प्रचार शुरू कर दिया। पहले ही दिन जिला पंचायत राज अधिकारी के सामने पांच आपत्तियां आई। लोगों ने आरक्षण में मानक की अनदेखी का आरोप लगाकर खामियां दूर करने की मांग उठाई। 10 तारीख तक आपत्तियां लेकर दर्ज की जाएंगी। इसके बाद आरक्षण की फाइनल लिस्ट जारी होगी।
72 घंटे 100 कर्मचारी, हुई आरक्षण की लिस्ट जारी
जिला पंचायत सदस्य, क्षेत्र पंचायत सदस्य और ब्लाक प्रमुख के आरक्षण की सूची रविवार की रात चस्पा की गई। सोमवार को अल सुबह ही लोग विकास भवन पहुंच गए। सुबह से लेकर देर शाम तक संभावित प्रत्याशियों और उनके समर्थकों का तांता लगा रहा। जिला पंचायत के साथ क्षेत्र पंचायत के आरक्षण को लेकर लोग गुणा गणित करते रहे। गड़बड़ी की आशंका में लोगों ने तरह-तरह के कयास लगाए। कर्मचारियों ने बताया कि रविवार को अनन्तिम आरक्षण जारी करने के लिए 100 लोगों ने 72 घंटे लगातार काम किया, तब सूची जारी हो सकी।
वर्ष 1995 से 2010 तक सीट का किया आंकलन
जिले में पंचायत चुनावों के लिए नया परिसीमन लागू किया गया है। पंचायत चुनावों में जहां 121 ग्राम पंचायतें बढ़ गई। वहीं जिला पंचायत के 73 वार्ड हो गए हैं। जिला पंचायत और क्षेत्र पंचायतों के क्षेत्र में भारी बदलाव आया। वर्ष 1995 से लेकर 2010 तक के चुनाव में आरक्षण के रोटेशन और पापुलेशन के आधार पर नया आरक्षण लागू किया गया। वर्ष 2010 के इलेक्शन में आरक्षित हो चुकीं कुछ सीटें दोबारा आरक्षित हो गई हैं इसलिए लोग आपत्ति जता रहे हैं। आरक्षण जारी होने पर उनके हाथ से चुनाव क्षेत्र निकल गया। पहले दिन डीपीआरओ के पास पांच आपत्तियां पहुंचीं। कर्मचारियों ने बताया कि पिपराइच के ब्लाक प्रमुख सहित पांच लोगों ने आरक्षण में फेरबदल की मांग की है। आपत्ति दर्ज कराने वालों में सपा से जुड़े नेता भी शामिल हैं।
वोटर लिस्ट से गायब हो गए प्रत्याशी, कैसे लड़े इलेक्शन
नई वोटर लिस्ट जारी होने पर गड़बडि़यां सामने आने लगी है। वोटर लिस्ट से चुनाव की तैयारी में लगे संभावित प्रत्याशियों के नाम भी गायब है। पंचायत इलेक्शन सेल में पहुंचकर लोग आपत्तियां दर्ज करा रहे हैं। बेलघाट एरिया के मलाव, हरपुर, अलालवपुर में करीब सात सौ लोगों के नाम वोटर लिस्ट से गायब हैं। जिला पंचायत सदस्य की तैयारी कर रहे प्रत्युष कुमार, प्रधान के लिए प्रचार में जुटे राजेश ओझा सहित कई प्रत्याशी वोटर लिस्ट से गायब हैं। पिपराइच एरिया के बरसैनी निवासी यशोदनंद का नाम वोटर लिस्ट से काट दिया गया है। वर्ष 2010 में वह पंचायत इलेक्शन लड़ चुके हैं। नाम कटने से नाराज यशोदानंद ने कलेक्ट्रेट कैंपस में भूख हड़ताल शुरू कर दिया है।
जिला पंचायत के वार्ड का आरक्षण तय करने में गड़बड़ी हुई्र है। हमारे वार्ड में पिछड़ी जाति की संख्या ज्यादा है। इसके बाद जनरल फिर अनुसूचित जाति की आबादी है। हम लोग मानकर चल रहे थे इस बार सीट पिछड़ी जाति की होगी, लेकिन पता नहीं किस आधार पर इस सीट को सुरक्षित घोषित कर दिया गया।
राजेश यादव, जिला पंचायत सदस्य, सपा नेता
जंगल ब्लाक में सारा लागू कर दिया गया। सभी ब्लाक से आरक्षण का प्रतिशत निर्धारित करते तो यह नौबत नहीं आती। जंगल कौडि़या ब्लाक में जिला पंचायत सदस्य के वार्ड नंबर 13 को अनुसूचित घोषित किया गया है। जबकि यह वार्ड सामान्य होना चाहिए था।
अशोक यादव, सपा नेता, संभावित प्रत्याशी जिला पंचायत
रोटेशन का हिसाब किताब किसी के पल्ले नहीं पड़ रहा है। कुछ लोग कोर्ट जाने की तैयारी में लगे हैं। यदि आपत्ति के अनुसार सुनवाई नहीं हुई तो कोर्ट में अपील की जाएगी।
दिलीप चौबे, जिला पंचायत प्रत्याशी समर्थक
अभी तो अनन्तिम सूची जारी की गई है। 10 तारीख तक आपत्तियां मांगी गई हैं। इसके आधार पर फाइनल लिस्ट जारी की जाएगी। लिस्ट जारी होने से क्वेरी बढ़ी है।
एसके यादव, जिला पंचायत राज अधिकारी