- 2010 से अधर में लटका था प्रोजेक्ट
- जून लास्ट तक पूरा हो जाएगा कार्य
GORAKHPUR: गोरखनाथ हॉस्पिटल से लेकर चंद्रा पेट्रोल पंप तक के लगभग 30 हजार बिजली उपभोक्ताओं को जून लास्ट तक बड़ी राहत मिलने वाली है। छह साल से अधर में लटके राजेंद्र नगर सब स्टेशन का निर्माण कार्य शुरू हो चुका है। अप्रैल से चल रहा कार्य लगभग 40 प्रतिशत पूरा भी हो चुका है। एक हफ्ते से यहां अंडरग्राउंड केबल बिछाई जा रही है। पांच एमवीए की क्षमता वाले इस सब स्टेशन से केवल राजेंद्र नगर एरिया में बिजली सप्लाई की जाएगी। इससे यहां चली आ रही लो वोल्टेज की समस्या से तो निजात मिलेगी ही, लोगों को बिल जमा करने और कंप्लेन के लिए भी ज्यादा दूर नहीं जाना पड़ेगा।
वोल्टेज की प्रॉब्लम होगी दूर
राजेंद्र नगर एरिया लगभग पांच किमी में फैला हुआ है। गोरखनाथ एसडीओ के रिकार्ड पर नजर डालें तो यहां कुल 30 हजार कंज्यूमर्स हैं। यहां तीन सब स्टेशन से बिजली सप्लाई होती है। इनमें लच्छीपुर, रामनगर, दस नंबर बोरिंग एरिया में इंडस्ट्रीयल एरिया सब स्टेशन, राजेंद्र नगर पूर्वी एरिया में विकास नगर और राजेंद्र नगर पश्चिमी में सूरजकुंड सब स्टेशन से आपूर्ति की जाती है। राजेंद्र नगर पूर्वी और पश्चिमी इलाकों से सब स्टेशंस की दूरी लगभग चार किमी है। इस कारण बिजली आते-आते उसकी क्वालिटी में काफी गिरावट आ जाती है। यहां लंबे समय से लो वोल्टेज की समस्या बनी हुई है। यही कारण है इन इलाकों में सबसे अधिक फॉल्ट होते हैं। अधिकारियों के मुताबिक नया सब स्टेशन चालू होने से ना सिर्फ यहां बिजली क्वालिटी सुधर जाएगी बल्कि फॉल्ट की समस्या पर भी काबू पाया जा सकेगा।
नई तकनीक से होगा लैस
शहर में टाउनहॉल के बाद ये दूसरा सब स्टेशन है जिसमें सभी नई तकनीकों का इस्तेमाल किया जाएगा। इसकी सबसे बड़ी खासियत है कि यहां पूरा केबल अंडरग्राउंड रहेगा। साथ ही यहां प्रत्येक फीडर पर बिजली सप्लाई की गणना होगी। एक माह में उस फीडर पर कितने की बिजली सप्लाई हुई ये जानकारी भी अधिकारी आसानी से पता कर लेंगे। इसके अलावा इससे गलियां भी कंट्रोल होंगी। अगर किसी गली में फॉल्ट हो गया तो उसी की बिजली गुल होगी, पूरे फीडर की नहीं।
वर्जन
सब स्टेशन का निर्माण कार्य चल रहा है। वित्तीय वर्ष के पहले तिमाही में इसे पूरा कर लिया जाएगा।
आरआर सिंह,
एसई महानगर विद्युत वितरण निगम