- एनईआरएमयू के साथ कई और डिपार्टमेंट के सेंट्रल गवर्नमेंट एंप्लाइज सड़कों पर उतरे
- एफडीआई के विरोध में एक स्वर में किया विरोध
GORAKHPUR : भारत सरकार देश में प्राइवेटाइजेशन और फॉरेन डायरेक्ट इनवेस्टमेंट (एफडीआई) पर जोर दे रही है। सरकार के इन मंसूबों को किसी भी हाल में पूरा नहीं होने दिया जाएगा। इसकी बजाए अगर वह शेयर बांटे तो सेंट्रल गवर्नमेंट एंप्लाई, इसमें भी खासतौर पर रेलवे एंप्लाई उनके शेयर खरीदेंगे, जिससे एफडीआई से कई गुना ज्यादा पैसा इनवेस्ट होगा। मगर यह बात गवर्नमेंट को समझ में नहीं आ रही है। वह एक बार शेयर देना शुरू तो करें, इतने इनवेस्टमेंट होंगे कि उनके पास शेयर्स की कमी पड़ जाएगी। यह बातें संयुक्त सलाहकार परिषद की विरोध रैली में सामने आई। जिसमें एआईआरएफ, डिफेंस, आकाशवाणी, पोस्ट एंड टेलीग्राफ, टेलीकॉम और इनकमटैक्स के साथ सेंट्रल मिनिस्ट्री के ऑर्गेनाइजेशन ने हिस्सा लिया।
रैली निकालकर जताया विरोध
एनई रेलवे मजदूर यूनियन के महामंत्री केएल गुप्ता के नेतृत्व में रैली निकाली गई। रैली जीएम ऑफिस पहुंचकर एक सभा में तबदील हो गई। इस दौरान एंप्लाइज ने सरकारी नीतियों का जमकर विरोध किया। इस दौरान उन्होंने यह फैसला लिया कि उद्योग, रोजगार और श्रम अधिकारों को बचाने के लिए जोरदार आंदोलन किया जाएगा। इस दौरान एनएफपीयू के विजय कुमार, जेपी सिंह, उमाशंकर सिंह, नरमू से प्रदीप धर दुबे, संजय त्रिपाठी, एसपी सिंह, ओंकार सिंह के साथ बड़ी तादाद में यूनियन मेंबर्स मौजूद रहे।