- रेल गाडि़यों में आग से रोकथाम टॉपिक पर ऑर्गेनाइज किया गया सेमिनार
- जीएम ने किया इलेक्ट्रिक गाइड बुक का विमोचन
GORAKHPUR : रेलवे की सेफ्टी कंसर्न में दूसरा सबसे बड़ा मुद्दा आग से बचाव है। ट्रेंस में आग न लगे और पैसेंजर्स भी सेफ रहें, इसको ध्यान में रखते हुए रेलवे ऑफिसर्स क्लब में सेमिनार ऑर्गेनाइज किया गया। रेलगाडि़यों में आग से रोकथाम टॉपिक पर ऑर्गेनाइज इस सेमिनार में बतौर चीफ गेस्ट जीएम राजीव मिश्र ने मौजूद लोगों को सेफ्टी टिप्स दिए। इस दौरान उन्होंने ट्रेंनों में आग पर रोकथाम पर कंपोडियम और लोको पाइलट्स के लिए इलेक्ट्रिक गाइड बुक का विमोचन किया।
फायरप्रूफ कोचेज बनाने के प्रयास
जीएम राजीव मिश्र ने बताया कि ट्रेंस में आग की रोकथाम के लिए फायर सेफ्टी मैनेजमेंट किए गए हैं। इसके लिए ऑन बोर्ड रोलिंग स्टॉक मैनेजमेंट, फायर डिटेक्शन और स्टेशन सेफ्टी मैनेजमेंट पर खास निगरानी रखी जाए। उन्होंने बताया कि इंडियन रेलवे ने इसके लिए काफी ठोस कदम उठाए हैं। पहले जहां सभी कोचेज को फायर प्रूफ बनाने की तैयारी की जा रही है, वहीं सभी कोचेज की ओवरहॉलिंग के वक्त फायर प्रूफ इक्विपमेंट्स लगाए जा रहे हैं। सभी एसी कोचेज, पेंट्रीकार, लोकोमोटिव और ब्रेकवैन में फायर इक्विपमेंट्स अवेलबल कराए गए हैं। पेंट्रीकार में इलेक्ट्रिसिटी और एलपीजी फिटिंग की टाइमली जांच भी की जा रही है। वहीं स्टेशन पर एक्सप्लोसिव आइटम्स की एंट्री न हो, इसके लिए भी अभियान चलाए जा रहे हैं।
चीफ सेफ्टी ऑफिसर ने किया स्वागत
सेमिनार के दौरान मौजूद जीएम, सीनियर ऑफिसर्स के साथ रेलवे एंप्लाइज का चीफ सेफ्टी ऑफिसर एनके अंबिकेश ने वेलकम किया। उन्होंने बताया कि ट्रेन में आग लगने में ऑक्सीजन, सामग्री, उष्मा और चिंगारी अहम रीजन होते हैं। इनको देखकर आगे बढ़ने की जरूरत है। इस दौरान ज्योति कैरो, विपुल सिंह, लोकेश सिंह, धीरेंद्र कुमार, राधेश्याम, डीके खरे, विजय खातरकर, प्रमोद खत्री और अमिताभ भारती ने भी इस टॉपिक पर अपनी बातें रखीं। इस दौरान बड़ी तादाद में रेलवे ऑफिसर्स और एंप्लाइज मौजूद रहे।