गोरखपुर (ब्यूरो)। गोरखपुर पुलिस के अधिकृत सूत्रों का कहना है, गोरखपुर में 2022 में मर्डर के 60 मामले हुए और बीते तीन वर्षों में मर्डर के मामले लगातार घट रहे हैं। 2023 में सितंबर माह तक यह आंकड़ा दो दर्जन के करीब है। इसमे भी अधिकतर पारिवारिक विवाद में खून बहा है।
सड़क हादसों में सर्वाधिक मौतें
गोरखपुर में अपराध पर लगाम लगी है। हत्या, लूट की घटनाओं में कमी आई है, लेकिन सड़क दुर्घटनाओं में लगातार वृद्धि हो रही है। जबकि इसे लेकर सभी विभाग लगातार अवेयरनेस प्रोग्राम कर रहे हैं। एनसीआरबी के आकड़ों के अनुसार लापरवाही के कारण हुई सड़क दुर्घटनाओं में 564 मौतें हुई हैं। इतने ही हिट एंड रन के मामले भी अलग-अलग थानों में दर्ज किए गए हैं।
हत्या के प्रयास के 101 केस
एनसीआरबी के आकड़ों के अनुसार पिछले साल दहेज हत्या के 31 मामले आए। जबकि सुसाइड के 24 और हत्या के प्रयास के 101 मामले आए हैं। इसी तरह आपराधिक धमकी के 2020 मामले दर्ज किए गए हैं। जबकि पब्लिक वे पर रस ड्राइविंग के 640 मामले आए।
एनसीआरबी के अनुसार साल 2022 में मर्डर
जिला मर्डर
गोरखपुर - 71
कुशीनगर - 31
देवरिया - 27
महारजगंज - 21
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार गोरखपुर में मर्डर
साल मर्डर
2020 - 105
2021 - 87
2022 - 60
एनसीआरबी के अनुसार अन्य मामले
गैर इरादतन हत्या 304 - 24
गैर इरादतन हत्या 304 ए - 604
लापरवाही से सड़क दुर्घटना में मौत - 564
हिट एंड रन - 564
दहेज हत्या - 31
उकसा कर सुसाइड - 24
हत्या का प्रयास - 101
आपराधिक धमकी - 2020
पति द्वारा रिश्तेदार से दुव्र्यवहार - 664
पब्लिक वे पर रस ड्राइविंग - 640
आपराधिक घटनाओं और अपराधियों पर अंकुश लगाने के लिए कई अभियान चलाए गए हैं, जिसका असर अब दिख रहा है। आपराधिक घटनाएं कम हुई हैं। हादसों को भी रोकने के लिए कई जगह ब्लैक स्पॉट चिन्हित कर वहां की कमियां दूर की जा रही हैं। हादसे कम हों। इसके लिए पब्लिक को भी अवेयर किया जा रहा है।
कृष्ण कुमार बिश्नोई, एसपी सिटी