- आठ अप्रैल की भोर से शुरू होकर 15 अप्रैल की रात 1.45 तक रहेगा चैत्र नवरात्र
- पहला व्रत आठ अप्रैल और पारण 16 अप्रैल को होगा
GORAKHPUR:
चैत्र नवरात्र और हिन्दू कैलेंडर वर्ष का पहला दिन आठ अप्रैल से शुरू होकर 15 अप्रैल तक रहेगा। यह नवरात्र बहुत ही शुभ माना जा रहा है क्योंकि इसकी शुरुआत लगभग सूर्योदय के साथ ही सुबह 5.46 बजे से हो रही है। इसको लेकर विभिन्न तरह के आयोजनों की तैयारियां शुरू हो गई हैं। मंदिरों को खास ढंग से संवारा जा रहा है।
आठ दिन का है नवरात्र
ज्योतिषाचार्यो के मुताबिक इस बार का चैत्र नवरात्र आठ दिन का है। नवरात्र आठ अप्रैल की भोर से शुरू हो कर 15 अप्रैल की रात 1.45 बजे तक है। ऐसे में जो श्रद्धालु पहले और अंतिम दिन व्रत रखते हैं, वह पहले दिन का व्रत आठ अप्रैल को रखेंगे वहीं अंतिम दिन का व्रत 15 अप्रैल को रखेंगे। जबकि नौ दिन व्रत रखने वाला व्यक्ति 16 अप्रैल को पारण करेगा। ज्योतिषाचार्यो की मानें तो इस साल राशियों में काफी उथल-पुथल मची रहेगी।
शुक्र होगा साल का राजा
ज्योतिषाचार्यो की मानें तो साल का पहला दिन जिससे शुरू होता है, वही दिन पूरे साल का राजा होता है। इस बार का चैत्र नवरात्र शुक्रवार से शुरू हो रहा है तो शुक्र पूरे साल का राजा है। इसमें मेष संक्रांति के दिन पड़ने वाला दिन मंत्री होता है, ऐसे में इस साल का राजा बुध है। ज्योतिषाचार्यो का कहना है कि यह वर्ष महिलाओं के लिए फलदायक है, ऐसे में महिलाएं हर क्षेत्र में प्रगति करेंगी। इस साल के संवत्सर का स्वामी भगवान शिव हैं।
कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त
आठ अप्रैल
मीन लगन - सुबह 5.46 बजे से 6.02 बजे तक
मिथुन लगन- सुबह 9.30 बजे से 11.50 बजे तक
अभिजीत - सुबह 11.36 बजे से दोपहर12.24 बजे तक
सामान्य - दोपहर 12.24 बजे से 2.26 बजे तक