- डीडीयूजीयू कर्मचारी संघ की ओर से आयोजित हुई दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी
- कर्मचारी संघ में महिलाओं की भागीदारी पर हुई चर्चा
GORAKHPUR: डीडीयूजीयू कर्मचारी संघ और यूजीसी के सहयोग से संवाद भवन में दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का शुभारंभ किया गया। 'कर्मचारी संगठनों में महिला कर्मचारियों की भूमिका' टॉपिक पर ऑर्गनाइज इस प्रोग्राम की चीफ गेस्ट प्रो। मधु कुमार रहीं। उन्होंने कहा कि महिलाएं आज प्रत्येक क्षेत्र में अपनी भूमिका का निर्वहन कर रही है। यह समय की आवश्यकता है कि वे विभिन्न संगठनों में भी अपनी जिम्मेदारी निभाने के लिए आगे आए।
महिलाओं में अधिक क्षमता
वहीं मुख्य वक्ता के रूप में प्रो। चित्तरंजन ने कहा कि कर्मचारी संगठनों में महिलाओं की उपस्थिति से सक्रियता बढ़ती है। एक शालीन वातावरण बनता है। महिलाओं में समस्याओं से निपटने की क्षमता, धैर्य और साहस अधिक होती है। वह बेहतर सोच सकती है। यह एक समूची सामाजिक संरचना का भी प्रकरण है। इसी क्रम में वीसी प्रो। अशोक कुमार ने कहा कि महिलाओं की स्वतंत्रता, निर्णय में सहभागिता जैसे अहम मुद्दों पर अपना विचार प्रस्तुत किया।
महामहिम से करेंगे बात
वीसी ने कहा कि विभिन्न यूनिवर्सिटी से आए प्रतिनिधियों का स्वागत करते हुए कर्मचारी संघ और अखिल भारतीय यूनिवर्सिटी कर्मचारी महासंघ को संगोष्ठी आयोजित करने के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि 9 जनवरी को जौनपुर में आयोजित वीसी सम्मेलन में कर्मचारी समस्याओं से महामहिम कुलाधिपति महोदय से विचार-विमर्श करेंगे। इसके साथ ही साथ 300 दिन अवकाश नगदीकरण मांग को जायज बताते हुए इसे लागू कराने के लिए महामहिम से निवेदन करने की बात भी कही है। इस मौके पर कर्मचारी संघ के अध्यक्ष मनीष तिवारी, उपाध्यक्ष संतोष कुमार सिंह, महामंत्री राज बहादुर गौतम, डॉ। सुधीर श्रीवास्तव, डॉ। विमलेश मिश्र, डॉ। हिमांशु चतुर्वेदी, चंद्र प्रकाश श्रीवास्तव, ब्रजभूषण मिश्र, डॉ। पीपी पांडेय आदि कर्मचारी मौजूद रहे।