- डीडीयूजीयू फिजिक्स डिपार्टमेंट की तरफ से आयोजित तीन दिवसीय नेशनल कांफ्रेंस का हुआ समापन
- क्रियाशील पदार्थ पर राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय विद्वानों ने रखे अपने विचार
GORAKHPUR: विज्ञान में चार चैप्टर बहुत महत्वपूर्ण है। पहला प्योरटी, दूसरा पावर, तीसरा प्रासेस और चौथा प्राइज। इन चारों के समन्वय से विज्ञान का विकास होता है। विज्ञान के विकास से समाज और देश का विकास होता है। समारोह की अध्यक्षता कर रहे प्रो। राजेंद्र प्रसाद ने कहा कि विज्ञान का पठन-पाठन मातृ-भाषा में होना चाहिए। यह बातें अमेरिका से पधारे प्रो। एनबी सिंह ने कहीं, वह डीडीयू गोरखपुर यूनिवर्सिटी के फिजिक्स डिपार्टमेंट की ओर से ऑर्गनाइज तीन दिवसीय नेशनल सेमिनार के समापन समारोह में बतौर चीफ गेस्ट मौजूद थे। उन्होंने कहा कि कि सरकार विज्ञान में पिछड़े राज्यों को पहचान कर उनके स्टूडेंट्स के पठन-पाठन की अभिरुचि पैदा करने में विशेष योगदान करना चाहिए। समापन समारोह की अध्यक्षता वरिष्ठ आचार्य इलाहाबाद राज्य यूनिवर्सिटी के विशेष कार्याधिकारी प्रो। राजेंद्र प्रसाद ने की।
एक्सपर्ट्स ने रखे विचार
क्रियाशील पदार्थ पर केंद्रित नेशनल सेमिनार के पहले सत्र में पंजाब यूनिवर्सिटी के प्रो। आरपी शर्मा ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। इस सत्र में आयरलैंड के डुबलीन सीटी यूनिवर्सिटी के प्रो। प्रमोद कुमार पांडेय, प्रो। डीके द्विवेदी, मदन मोहन मालवीय यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी, डॉ। प्रांजल चंद्र आईआईटी गुवाहटी ने विभिन्न क्रियाशील पर्दाथों पर आमंत्रित व्याख्यान प्रस्तुत किए। इस मौके पर तीन शोध-पत्र भी पढ़े गए।
युवा वैज्ञानिकों को लाभ
प्रो। एलएन त्रिपाठी ने कहा कि फिजिक्स डिपार्टमेंट में पहली बार नेशनल कांफ्रेंस 1966 में हुआ था। इस तरह के कांफ्रेंस से युवा वैज्ञानिकों को बहुत लाभ होता है। वे विज्ञान की नई दिशा में खोज कार्य कर सकते है। ऐसे आयोजन प्राय: होने चाहिए। उन्होंने विभाग के सार्थक प्रयास की सराहना की। धन्यवाद प्रस्ताव में विभागध्यक्ष प्रो। सुग्रीव नाथ तिवारी ने कांफ्रेंस की सफलता म विभाग के सभी टीचर्स और कर्मचारियों की प्रशंसा की। उन्होनें प्रतिभागियों को भी धन्यवाद दिया।
91 पोस्टर का हुआ प्रदर्शन
इस कांफ्रेंस में कुल 29 आमंत्रित शोध-पत्र पढ़े गए और 28 मौखिक शोध-पत्र व 91 शोध-पत्रों के पोस्टर का प्रदर्शन किया गया। इस दौरान यूनिवर्सिटी के विज्ञान संकाय के अधिष्ठाता प्रो। एसके सेन गुप्ता, प्रो। एचएस शुक्ला, प्रो। जय प्रकाश, प्रो। महेश्वर मिश्रा, प्रो। जेएन राय, प्रो। सीपीएम त्रिपाठी, प्रो। डीके सिंह, प्रो। एनबी सिंह (यूएसए), प्रो। यशवंत सिंह, प्रो। आरएस तिवारी, प्रो। एसएन ठाकुर, प्रो। राम गोपाल, प्रो। जीडी वर्मा, प्रो। केडी मंडल, प्रो। आरपी शर्मा यूनिवर्सिटी के टीचर संघ अध्यक्ष डॉ। सुधाकर लाल श्रीवास्तव समेत प्रतिभागी व स्टूडेंट्स मौजूद रहे।