- शहर के 42 हजार प्वाइंट पर एलईडी बल्ब लगाकर नगर निगम बचाएगा बिजली

- 17640 यूनिट बिजली की होगी बचत, शहर को मिल सकती है आधे घंटे एक्स्ट्रा बिजली

GORAKHPUR: नगर निगम अब कम बिजली में भी शहर की गलियों रोशन करेगा। इसके लिए सीएफएल बल्ब की जगह अब एलईडी बल्ब लगाने की योजना बनाई जा रही है। इसका प्रपोजल तैयार होते होते ही फाइल शासन को स्वीकृत के लिए भेज दी जाएगी। स्वीकृत मिलने के बाद शासन स्तर से ही टेंडर निकाला जाएगा और उसके बाद शहर में एलईडी स्ट्रीट लाइट्स जगमग उजाला करेंगी। यह काम को रेलवे कॉलोनियों की तर्ज पर किया जा रहा है। निगम से जुड़े सोर्सेज की मानें तो इस काम को पूरा करने में दो साल का वक्त लगेगा। शहर में एलईडी बल्ब लग जाने से शहर को आधे घंटे एक्स्ट्रा बिजली मिलेगी।

जोन वाइज होगा काम

नगर निगम के मुख्य कर निर्धारण अधिकारी व पथ प्रकाश प्रभारी रबीस चंद का कहना है कि शासन की तरफ से एक पत्र आया था। इसमें नगर निगम के स्ट्रीट लाइट्स को एलईडी लाइट में परिवर्तित करने के लिए निर्देशित किा गया है। इस पत्र के बाद शहर में जितने भी स्ट्रीट लाइट्स लगे हैं, वहां नगर निगम एलईडी लाइट लगाने की योजना बना रहा है। सोर्सेज की मानें तो यह काम जोन वाइज किया जाएगा। सबसे पहले जोन वन के इंजीनियरिंग कॉलेज, से लेकर मोहद्दीपुर तक काम स्टार्ट होगा। इससे पब्लिक को फायदा यह होगा कि जोन एक में एलईडी बल्ब लगाने के दौरान जो भी उपकरण निकलेंगे, उनका उपयोग दूसरे जोन की खराब स्ट्रीट लाइट्स प्वाइंट को ठीक करने के लिए किया जाएगा।

आधे घंटे मिलेगी एक्स्ट्रा बिजली

महानगर विद्युत वितरण निगम के एसई आरआर सिंह का कहना है कि 70 वॉट की स्ट्रीट लाइट्स से जितना उजाला होता है, उतनी ही रोशनी 35 वॉट के एलईडी बल्ब से होगी। ऐसे में अगर एक 70 वॉट का बल्ब 12 घंटे जलता है तो वह .84 यूनिट बिजली की खपत करता है। इस तरह शहर में लगे 42 हजार स्ट्रीट लाइट्स अगर 12 घंटे जलते हैं तो 35280 यूनिट बिजली की खपत होगी। वहीं अगर नगर निगम 70 वॉट के स्ट्रीट लाइटस की जगह पर 35 वॉट के एलईडी लगा देता है तो शहर को डेली 17640 यूनिट एक्स्ट्रा बिजली मिलेगी। विभाग से जुड़े सोर्सेज की मानें तो इतनी बिजली से सिटी के 35 हजार कंज्यूमर्स को 24 घंटे तक बिजली सप्लाई की जा सकती है। वैसे अगर यह बिजली पूरे शहर में सप्लाई की बात करें, तो इतनी बिजली से शहर को 25 से 30 मिनट तक एक्स्ट्रा बिजली मिल सकती है।

शासन की ओर से एलईडी बल्ब को लेकर पत्र आया था। नगर निगम इस पत्र को ध्यान में रखकर प्रपोजल तैयार कर रहा है। इससे शहरवासियों को बहुत अधिक फायदा होगा।

राजेश कुमार त्यागी, नगर आयुक्त