- नगर निगम के आन लाइन कंप्लेन में जनवरी माह में आए कुल 512 आए मामले
- महीना समाप्त अभी तक केवल 255 मामले ही सुलझा पाया नगर निगम
GORAKHPUR: नगर निगम कंप्लेन रजिस्टर कराने के मामले में लगातार आगे बढ़ता जा रहा है। जब बारी निस्तारण की आती है, तो इसमें वह फिसड्डी साबित हुआ है। जनवरी में सैकड़ों लोगों ने ऑन लाइन कंप्लेन दर्ज कराई, लेकिन नगर निगम इन मामलो को पूरी तरह से निरस्तारित करने में कामयाब नहीं हो सका। कंप्लेन रजिस्टर और निस्तारण का मामला 50-50 के नतीजे तक ही पहुंच सका। निगम इसे सुधारने की जुगत में लगा है, लेकिन उसे अब तक कामयाबी नहीं मिल सकी है।
512 में 255 ही निस्तारित
जनहित को ध्यान में रखते हुए ऑनलाइन व्यवस्था तो कर दी गई, लेकिन विभाग कंप्लेन निस्तारण की गति अब तक नहीं बढ़ा सका है। आंकड़ों को देखकर इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। नगर निगम के पास जनवरी माह में कुल 512 मामले आए हैं, जिनमें नगर निगम एक माह में केवल 255 मामले को निस्तारण कर पाया है। हालत यह है कि नगर निगम के कुछ विभागों के पास आने वाली कंप्लेन में से 20 प्रतिशत मामले भी निस्तारित नहीं हो पा रहे हैं।
स्वास्थ्य विभाग फिसड्डी
निगम का स्वास्थ्य विभाग ऑन लाइन कंप्लेन के निस्तारण में भी फिसड्डी साबित हो गया है। जनवरी में विभाग के पास कुल 177 मामले आए, जिनमें से स्वास्थ्य विभाग ने केवल 18 मामले ही निस्तारित कर पाया है, अभी भी शहर में 159 मामले निस्तारण की राह देख रही है। वहीं सबसे अच्छा प्रदर्शन जलकल और पथ प्रकाश ने किया है। जनवरी माह में जलकल के पास 113 मामले आए जिसमें 101 मामलों का निस्तारण हो चुका है, जबकि पथ प्रकाश में आए 139 मामलों में 109 का निस्तारण हो चुका है।
एक माह में आए कंप्लेन की डिटेल्स
शिकायत कुल शिकायत निस्तारण अनिस्तारित
स्वास्थ्य विभाग 177 18 159
निर्माण विभाग 66 23 43
रेंट विभाग 7 2 5
जलकल 113 101 12
पथ प्रकाश 139 109 30
टैक्स 10 2 8
टोटल मामले के निस्तारण में नगर निगम में कुछ सुधार हुआ है, लेकिन वह संतोषजनक नहीं है। जिन विभागों में अधिक मामले अनिस्तारित ह,ै उन विभागाध्यक्षों को वार्निग दी जाएगी।
राजेश कुमार त्यागी, नगर आयुक्त