- शहर के 30 वार्डो में डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन की योजना छलावा

- वार्डो के अधिकांश एरिया में सड़कों पर यूं ही पड़ा रह जा रहा कूड़ा

GORAKHPUR: डोर-टू-डोर सफाई के नाम पर नगर निगम आप ही अपनी पीठ थपथपा रहा है। लेकिन, यदि सिटी के मोहल्लों में देखा जाएं तो गलियां तो छोडि़ए, मेन रोड तक पर कूड़ा दिख रहा है। शहर के 30 वार्डो में शुरू की गई डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन योजना कहने को तो एक साल से चल रही है लेकिन मोहल्लों में इसकी हकीकत कुछ और ही है। आई नेक्स्ट ने शनिवार को इसका रिएल्टी चेक किया तो योजना हवा-हवाई साबित हुई।

बेतियाहाता

यह सिटी की सबसे पॉश कालोनी है। यहां भी योजना की शुरुआत बहुत जोर-शोर से हुई, लेकिन कुछ ही हफ्तों में स्थिति जस की तस हो गई। शनिवार की दोपहर में आई नेक्स्ट की टीम हनुमान मंदिर रोड और रुस्तमपुर रोड पहुंची तो वहां छोटे से एरिया में दर्जनों कूड़े के ढेर मिले। वहीं गलियां भी बेहद गंदी थी। इस संबंध में स्थानीय नागरिक धर्मेद्र सिंह ने बताया कि तीन दिन पहले सफाई वाले ठेला लेकर आए थे, उसके बाद से नहीं आए।

सिविल लाइंस प्रथम

बेतियाहाता से निकलकर सिविल लाइंस प्रथम के दाउदपुर काली मंदिर के पास आई नेक्स्ट टीम पहुंची तो वहां भी गलियों में कचरा पड़ा मिला। पास के दुकानदार मनोज गुप्ता ने बताया कि तीन से चार दिन का गैप करके ठेले वाले आते हैं और कूड़ा लेकर जाते हैं। हकीकत में यह होता है कि सफाई कर्मियों से डेली के लिए कहने पर कहते हैं इधर ही डेली आएंगे तो दूसरे एरिया में कब जाएंगे।

रेती रोड

शहर के सबसे अधिक भीड़ वाले एरिया रेती चौक में नगर निगम सफाई का 100 प्रतिशत दावा करता है, लेकिन जब यहां आई नेक्स्ट टीम गई तो स्थिति दावों के बिल्कुल उलट थी। एरिया के दुकानदार दुर्गेश जायसवाल ने बताया कि यहां पर सफाई के लिए कोई नहीं आता है। अगर दुकान सुबह 10 बजे खुलती है तो उसके पहले या रात को सफाई हो जानी चाहिए, लेकिन केवल वादा होता है। हकीकत में सफाई के नाम पर कोरम पूरा किया जाता है।

दावों में यहां चल रही है योजना

जटेपुर, कृष्णा नगर, महादेव झारखंडी टुकड़ा नंबर दो, इंजीनिय¨रग कालेज, रुस्तमपुर, बेतियाहाता, अलहदादपुर, गिरधरगंज, मोहद्दीपुर, छोटेकाजीपुर, पुर्दिलपुर, मियां बाजार, अधियारी बाग, रामजानकी नगर, सिविल लाइंस द्वितीय, सिविल लाइंस प्रथम, गोपलापुर, झरना टोला, इस्माइलपुर, राप्ती नगर, दाउदपुर, रायगंज, शाहपुर, घोसीपुरवां, तिवारीपुर, नरसिंहपुर, विकास नगर, महुईसुघरपुर, कल्याणपुर, कृष्णानगर।

हर परिवार को देना था 60 रुपये महीना

डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन के लिए फर्मो को प्रत्येक आवास से 60 रुपए महीने किराया तय हुआ था। यही नहीं मकान में जितने भी परिवार होंगे, उन सभी को अलग-अलग शुल्क जमा करना था। यही नहीं व्यावसायिक भवनों का किराया अलग निर्धारित किया जाना था। वहीं ठेला खोमचे वालों का किराया बीस रुपए महीने था।

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