गोरखपुर (ब्यूरो)। जून 2020 में नगर निगम के पत्र के बाद नगर निगम एवं जीडीए की संयुक्त टीम द्वारा निरीक्षण करने के बाद 11 योजनाओं को नगर निगम को हस्तगत करने का प्रस्ताव बनाया गया था। उस दौरान संयुक्त निरीक्षण में नगर निगम की ओर से निर्णय लिया गया था कि बुद्ध विहार पार्ट ए, बी, सी, आम्रपाली योजना, अमरावती योजना नगर निगम की सीमा से बाहर होने के कारण निगम को हस्तगत नहीं हो सकती। वर्तमान में ये तीनों योजनाएं भी नगर निगम की सीमा में शामिल हो चुकी हैं। नगर निगम की ओर से बताए गए कार्य भी इन योजनाओं में पूरे कर लिए गए हैं। जीडीए की तरफ से दिसंबर 2021 में नगर आयुक्त के नाम पत्र लिखकर तारामंडल क्षेत्र की 12 कॉलोनियों का कब्जा लेने का अनुरोध किया गया है। इस संबंध में कमिश्नर को भी जानकारी दी जा चुकी है।
हस्तांतरण के बाद मिलेंगी सुविधाएं
इन कॉलोनियों के नगर निगम में हस्तांतरण होने के बाद निगम यहां सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी और कॉलोनीवासियों से टैक्स भी लिया जाएगा। साफ-सफाई, जलापूर्ति आदि का जिम्मा निगम के पास होगा। कॉलोनियों के हस्तांतरित न होने से यहां के लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
इन कॉलोनियों के हस्तांतरण का है प्रस्ताव
वसुंधरा एनक्लेव प्रथम, द्वितीय व तृतीय आवासीय योजना, लोहिया एन्क्लेव आवासीय योजना, वैशाली आवासीय योजना, यशोधरा कुंज आवासीय योजना, अमरावती निकुंज आवासीय योजना, कारपोरेट योजना, बुद्ध विहार आवासीय योजना पार्ट ए, बी एवं सी, आम्रपाली आवासीय योजना, सिद्धार्थपुरम विस्तार आवासीय योजना, गौतम विहार विस्तार आवासीय योजना.
जीडीए की तरफ से नगर निगम से 12 योजनाओं का हस्तांतरण लेने की अपील की गई है। इस संबंध में प्रस्ताव निगम एवं प्राधिकरण की संयुक्त टीम की ओर से तैयार किया गया है। नगर निगम से लगातार पत्राचार किया जा रहा है।
प्रेम रंजन सिंह, वीसी जीडीए
जिन योजनाओं के हस्तांतरण की बात हो रही है, वहां 11 जून को नगर निगम की टीम निरीक्षण के लिए जाएगी। निरीक्षण के बाद जो योजनाएं हस्तांतरण योग्य मिलेंगी, उनका कब्जा ले लिया जाएगा।
अविनाश सिंह, नगर आयुक्त