- बहनों को पैसे देने के चलते पिता से नाराज था बबलू
- बबलू की पत्नी की भूमिका की भी होगी जांच
GORAKHPUR: बेलीपार एरिया के डंवरपार में पिता के हत्यारोपी बेटे को पुलिस ने जेल भेजा। बेटे की पत्नी बहू को पुलिस ने मोहलत दे दी है। उसकी भूमिका की जांच करके पुलिस कार्रवाई करेगी। विवेचना में हत्या और डेड बॉडी छिपाने के तथ्य सामने आने पर उसकी गिरफ्तारी होगी। पुलिस का कहना है कि रुपए-पैसे को लेन-देन से नाराज होकर बेटे ने पिता का कत्ल किया था। पूछताछ में उसने स्वीकारा कि उसके पिता सारी प्रॉपर्टी बेटियों को देने के चक्कर में लगे थे।
बखिरा में मिली थी डेड बॉडी
डंवरपार निवासी घनश्याम ओझा ट्रांसपोर्टर थे। शनिवार को उनकी बहू विजय लक्ष्मी बेलीपार थाने पर पहुंची। उसने अपने पति बबलू उर्फ देवेंद्र पर ससुर की हत्या का आरोप लगाया। कहा कि उसके पति ने अपने पिता की हत्या करके डेड बॉडी को कहीं फेंक दिया है। हरकत में आई बेलीपार पुलिस ने आरोपी बबलू को दबोच लिया। पूछताछ में उसने पिता की गला दबाकर हत्या करने की बात कही। घनश्याम की डेड बॉडी संत कबीर नगर जिले के बखिरा में बरामद हुई थी। परिजनों ने डेड बॉडी को पहचान घनश्याम ओझा के रूप में की। देर शाम परिजनों ने डेड बॉडी का अंतिम संस्कार राजघाट में कराया।
पुलिस ने बबलू को भेजा जेल
शनिवार की देर शाम घनश्याम की बेटी बेबी ने पुलिस को तहरीर दी। आरोप लगाया कि उसके भाई और भाभी ने पिता की हत्या कर दी। प्रापर्टी के विवाद की चलते गला कसकर जान ले ली। डेड बॉडी को छिपाने के लिए दूर ले जाकर फेंक दिया। बेटी की तहरीर पर पुलिस ने मृतक के बेटे और बहू के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया। रविवार को पुलिस ने आरोपित बेटे को कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने उसे न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजने का आदेश दिया। बेलीपार पुलिस ने बताया कि घनश्याम अपनी बेटियों को रुपया-पैसा देते थे। इससे उनका बेटा नाराज चल रहा था। इसी विवाद को लेकर उसने पिता की हत्या कर दी। लेकिन बहू विजय लक्ष्मी की कोई भूमिका सामने नहीं आ सकी है। विवेचना के दौरान कोई सबूत मिलने पर उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।