- सौरभ हत्याकांड के आरोपियों ने किया सरेंडर
- कई दिन से कचहरी के चक्कर काट रही थी पुलिस
GORAKHPUR: कैंट एरिया के सिविल लाइंस में पांच फरवरी की रात फिल्मी स्टाइल में छात्र नेता की हत्या करने वाले कचहरी में पिट गए। सरेंडर करने पहुंचे दो आरोपियों को कुछ लोगों ने घेर लिया। उनकी पिटाई की सूचना पर पुलिस ने बीच बचाव किया। दोनों अभियुक्तों को न्यायिक अभिरक्षा में लेते हुए कोर्ट ने जेल भेज दिया। हालांकि हत्यारोपियों के कोर्ट पहुंचने की सूचना पर पुलिस ने चप्पे-चप्पे पर पहरा बिठा दिया था। लेकिन उनको अरेस्ट करने में गोरखपुर पुलिस नाकाम रही।
पैर छूकर सीने में मारी थी गोली
पांच फरवरी की रात करीब सवा 10 बजे सिविल लाइंस में छात्र नेता सौरभ पांडेय की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। भोजन के बाद घर के सामने टहल रहे छात्रनेता का नाम पूछकर बदमाशों ने गोली मारी। सौरभ के भाई ने चार लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर खोवामंडी निवासी विक्की यादव, कोतवाली एरिया के वैभव सिंह, सुनील यादव और उसके एक अन्य साथी की तलाश पुलिस ने शुरू की। बदमाशों की तलाश में पुलिस टीम लखनऊ सहित कई जगहों पर भटकती रही। लेकिन पुलिस हत्यारोपियों की परछाई भी नहीं छू सकी।
बोले अपशब्द तो बिगड़ा मामला
अभियुक्तों के सरेंडर करने की संभावना में पुलिस रोजाना कचहरी पहुंच रही थी। चुनाव के बाद पुलिस ने कचहरी में सक्रियता बढ़ा दी। बावजूद इसके अभियुक्तों का सुराग नहीं लग सका। मंगलवार की दोपहर दो आरोपी वैभव सिंह और विक्की यादव ने सीजेएम कोर्ट में सरेंडर कर दिया। इसकी जानकारी तेजी से कचहरी में फैली। आरोप है कि एक अधिवक्ता को आरोपी विक्की ने अपशब्द कह दिए। इससे गुस्साए कुछ लोगों ने अभियुक्तों की पिटाई शुरू कर दी। इसकी सूचना पर पुलिस पहुंची। किसी तरह बीच-बचाव करके आरोपियों को जेल ले जाया गया। पांच भाइयों में दूसरे नंबर के सौरभ के बड़े भाई पंकज पांडेय भी दीवानी कचहरी में अधिवक्ता हैं। सौरभ से छोटे उसके तीन भाई नीरज, गौरव और सूरज पढ़ाई कर रहे हैं।