- पुलिस का दावा किया था सुसाइड
- गायब मोबाइल से खुलेगा मौत का राज
द्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र : पेट्रोल पंप ओनर समीर की मौत की गुत्थी उलझती जा रही है। पुलिस जहां सुसाइड के दावे पर डटी रही वहीं फैमिली मेंबर्स मर्डर की साजिश बता रहे हैं। दिल दहलाने वाली घटना से कमला भवन में मातम पसर गया है। फ्राइडे को समीर का अंतिम संस्कार अयोध्या में किया गया। देर रात फैमिली मेंबर्स गोरखपुर पहुंचे। एसपी ग्रामीण ने कहा कि इस वारदात की पहेली सुलझाई जाएगी। सभी पहलुओं की जांच करके अंतिम रिजल्ट निकाला जाएगा।
थर्सडे मार्निग कार में मिली थी डेड बॉडी
कैपियरगंज एरिया के खजुरगांवा, पंडितपुरवा निवासी स्व। बेनी माधव पांडेय की फैमिली कमला भवन में रहती है। खुर्रमपुर मोहल्ले में स्थित आलीशान मकान में समीर पांडेय, उनके चाचा की फैमिली रहती है। एक साथ रहने वाले सभी लोग पेट्रोल पंप, टोल प्लाजा, टायर हाउस चलाने सहित कई काम करते हैं। एक पेट्रोल पंप और टायर हाउस का काम देखने वाले समीर वेंस्डे नाइट अचानक कहीं चले गए। थर्सडे मार्निग चनऊ के पास फोरलेन किनारे कार में उनकी डेड बॉडी मिली। उनके कनपटी पर गोली लगी थी। बगल की सीट पर टैबलेट, पिस्टल का होलस्टर पड़ा था। दाहिने हाथ में पिस्टल रखी थी। पुलिस पहुंची तो आत्महत्या और हत्या के बीच गुत्थी उलझ गई।
फैमिली में गजब का अनुशासन, नहीं थी कोई कमी
बेनी माधव के चार बेटों में बड़े वशिष्ठ नारायण की पूरी फैमिली की देखभाल करते हैं। दूसरे नंबर के अनूप पांडेय और सबसे छोटे प्रदीप पांडेय की बीमारी से मौत हो गई। अनूप के बेटे समीर, बड़े पिता वशिष्ठ पांडेय, चाचा विनोद कुमार और चचेरे भाई सारा बिजनेस देखते हैं। सभी को अलग-अलग काम बांट दिया गया है। दिन भर सारा काम निपटाने के बाद रात का भोजन पूरी फैमिली एक साथ करती है। फैमिली में इस तरह का अनुशासन है कि रात में 10 बजे के बाद बिना सूचना कोई बाहर नहीं रह सकता है। विशेष परिस्थितियों में किसी को कहीं जाने इजाजत मिलती है। समीर की ज्वाइंट फैमिली ऐसी कोई कमी नहीं जिसकी वजह से वह सुसाइड कर सके इसलिए सभी लोग सुसाइड से इंकार करते हुए मर्डर की साजिश बता रहे हैं।
मोबाइल की कॉल डिटेल्स खंगाली जा रही है। इस मामले में जो भी असलियत होगी, उसको सामने लाया जाएगा। पोस्टमार्टम रिपोर्ट, मोबाइल कॉल डिटेल्स और साक्ष्यों का संकलन किया जा रहा है।
ब्रजेश सिंह, एसपी ग्रामीण