-बोक्टा में महिला की हत्या, जवान पर हमले का मामला
-अवैध खनन को लेकर मनबढ़ों ने तड़तड़ाई थी गोलियां
GORAKHPUR: अवैध खनन के विवाद में अधेड़ महिला की गोली मारकर हत्या, भतीजे पर जानलेवा हमले के मामले में सोमवार को मुकदमा दर्ज कराया गया। महिला के भतीजे दुर्गेश की तहरीर पर सहजनवां नगर पंचायत के चेयरमैन कमलेश फौजी, उनके दो भाइयों और तीन भतीजों के खिलाफ मर्डर, जानलेवा हमले, डकैती, बलवा, जानमाल की धमकी देने सहित कई धाराओं में केस दर्ज कर पुलिस आरोपियों की तलाश में लगी है। घटना से गांव के लोग डरे सहमे हैं। पीडि़त पक्ष ने अभियुक्तों की गिरफ्तारी न होने तक महिला का दाह संस्कार नहीं करने का फैसला किया।
आरोप है कि कमलेश फौजी के राजनीतिक प्रभाव की वजह से पुलिस अभियुक्तों पर हाथ डालने से कतरा रही है। पुलिस का कहना है कि अभियुक्तों तक पहुंचने के लिए कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है। उनकी गिरफ्तारी के लिए अलग-अलग टीमें लगाई गई हैं। उधर, देर शाम सदर सांसद महंत योगी आदित्यनाथ गांव पहुंचे। पीडि़त परिवार से मिलकर न्यायोचित कार्रवाई का आश्वासन दिया।
घर में घुसकर दागी थी गोलियां
रविवार रात बोक्टा के वार्ड नंबर छह निवासी लालजीत यादव के खेत से अवैध मिट््टी खनन की गाडि़यां जा रही थीं। खेत में खड़ी धान की फसल खराब होने पर उन्होंने आपत्ति जताई। मिट््टी लदी गाडि़यों को रोक दिया। इसको लेकर गाड़ी लेकर जा रहे लोगों से कहासुनी हो गई। कहासुनी होने पर लालजी अपने घर चले गए। परिवार के लोगों के साथ खाना खाकर सो गए। रात में करीब 11 बजे बाइक सवार चार लोग लालजीत के घर पहुंचे। घर में घुसकर ताबड़तोड़ गोलियां दागने लगे। काफी दिनों से बीमार चल रही लालजीत की पत्नी जियला बरामदे में सो रही थी। बदमाशों के हमले में उनको तीन गोली लगी। मौके पर ही उनकी मौत हो गई। फायरिंग की आवाज सुनकर कमरे में सो रहा लालजीत का भतीजा, सीआरपीएफ जवान दुर्विजय बाहर निकला। पिस्टल लहराते हुए बदमाशों ने उसे दौड़ा लिया। जान बचाने को दुर्विजय छत पर भागा लेकिन उसे अंगुलियों में गोली लग गई। फायरिंग से गांव में सनसनी फेल गई। लोगों के जुटने पर असलहा लहराते हुए बदमाश फरार हो गए।
तीन साल से चल रहा था विवाद
घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस को पब्लिक के आक्रोश का सामना करना पड़ा। वारदात के लिए लोगों ने पुलिस को जिम्मेदार ठहराया। पीडि़त परिवार के लोगों ने बताया कि चेयरमैन कमलेश फौजी ने दंबगई दिखाने के लिए गोली चलवाई। हमलावरों का नाम सामने आने पर पुलिस ने दबिश देनी शुरू कर दी। पता लगा कि परिवार के सभी सदस्य गायब थे। कमलेश के घर एक महिला मिली, जिससे पुलिस ने पूछताछ की। जांच में सामने आया कि कमलेश और लालजीत एक ही गांव के रहने वाले हैं। भूमि के एग्रीमेंट को लेकर दोनों के बीच तीन साल पहले विवाद हुआ था। तभी से दोनों पक्षों में अनबन है। इसलिए अपने खेत से खनन की गाडि़यां ले जाने पर लालजीत ने विरोध जताया था।
गिरफ्तारी होने पर कराएंगे दाह संस्कार
सोमवार को लालजीत के बेटे दुर्गेश ने पुलिस को तहरीर दी। आरोप लगाया कि कमलेश फौजी ने अपने भाइयों राधेश्याम और हनुमान के साथ मिलकर पूरे परिवार की हत्या की साजिश रची। कमलेश के कहने पर भतीजे मनोज, राहुल और दयानंद सहित चार लोगों ने घर में घुसकर हमला बोल दिया। गोली लगने से उसकी मां जियला की मौत हो गई। चचेरा भाई दुर्गविजय घायल हो गया। आरोपियों के खिलाफ हत्या, हत्या के प्रयास सहित दर्जनभर धाराओं में पुलिस ने केस दर्ज किया। उधर, पोस्टमार्टम के बाद शाम को महिला का शव लेकर परिजन घर पहुंचे। लोगों ने अभियुक्तों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए दाह संस्कार कराने से मना कर दिया। परिवार के लोगों ने कहा कि कमलेश फौजी सहित सभी अभियुक्तों की गिरफ्तारी पर दाह संस्कार कराया जाएगा। पीडि़त परिवार की जिद से पुलिस की मुश्किल बढ़ गई।
वर्जन
अभियुक्तों की तलाश में अलग- अलग टीम लगाई गई है। मृतका के बेटे ने नामजद मुकदमा दर्ज कराया है। सभी को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
बृजेश सिंह यादव, एसओ सहजनवां