गोरखपुर (ब्यूरो)। नगर निगम बांड से मिलने वाली रकम से मल्टीस्टोरी और व्यवसायिक काम्प्लेक्स का निर्माण कराएगा। इसके साथ अन्य डेवलपमेंट में कार्य होंगे। इसमें ज्यादातर डेवलपमेंट उन सेक्टर में होगा, जिससे नगर निगम को रेवन्यू मिल सके। यही नहीं नगर निगम की प्रदेश में अपनी एक अलग पहचान भी बनेगी।
सेबी में करानी होगी लिस्टिंग
म्यूनिसिपल बांड को जारी करने से पहले निगम को सेबी में लिस्टिंग करानी होगी। बांड को बाजार में लाने से पहले नगर निगम को तीन साल की बैलेंस शीट, संपत्तियों का ब्यौरा, रेटिंग देने वाली एजेंसियों के सामने रखना होगा। इसी के आधार पर नगर निगम की रेटिंग जारी की जाएगी। रेटिंग पर नगर निगम सेबी में बांड के रूप में खुद को दर्ज करा सकेगा। नगर निगम का म्यूनिसिपल बांड खरीदने वालों को अच्छा खास ब्याज भी मिलेगा।
क्या होता है बांड
बांड एक तरह का लेटर ऑफ क्रेडिट होता है। इसके तहत आम लोगों या संस्थाओं में रकम जुटाई जाती है। बांड जारी करने वाली संस्था एक निश्चित समय के लिए रकम उधार लेती है और निश्चित रिटर्न के साथ वापस करने की गारंटी देती है। सरकार या बैंकों से ऋण के बजाए बजार से फंड एकत्र करना बेहतर माना जाता है.बांड में पैसा लगाने वालों को परिपक्वता अवधि पूरा होने पर सालाना ब्याज मिलता है। रिटर्न भी पूरी तरह से आयकर मुक्त होता है।
रेवन्यू जनरेट करने वाली योजना
बांड के जरिए जुटने वाली रकम से नगर निगम मल्टीस्टोरी बिल्डिंग, कॉमर्शियल कॉम्प्लेक्स बनवाएगा। इसके जरिए नगर निगम को अच्छी खासी आय होगी। हालांकि रकम से अन्य डेवलपमेंट के कार्य भी कराए जाएंगे। इससे बांड की वैल्यू बढ़ेगी और निवेश करने वालों का लाभ होगा। इससे नगर निगम नई ऊंचाइयों को प्राप्त करेगा।
ये लोग कमेटी में शामिल
नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल
अपर नगर आयुक्त दुर्गेश मिश्र, शिवपूजन यादव, निरंकार यादव
चीफ इंजीनियर संजय चौहान
लेखाधिकारी रवि सिंह
जीएम जलकल
टीम ये करेगी काम
नगर आयुक्त की अध्यक्षता में बनाई कमेटी सबसे पहले किसी परियोजना का डीपीआर तैयार करेगी। इसके साथ ही तीन से पांच साल का वैलेंस सीट, संपत्तियों की लिस्टिंग, करेगी। इसके बाद एजेंसी उसकी वैलुएशन करेगी। इसके बाद सेबी में लिस्टिंग होगा। सारे काम दिसंबर तक पूरा होने की उम्मीद है।
म्यूनिसिपल बांड के लिए जरूरी दस्तावेज एकत्र किए जा रहे हैं। नेक्स्ट स्टेप वैलुएशन का होगा। बाहरी संस्थाए ऑडिट करेगी। जनवरी में बांड को लांच करने की योजना चल रही है।
- शिवपूजन यादव, अपर नगर आयुक्त