गोरखपुर (ब्यूरो)।निगम के दावे के अनुसार अभी कहीं कोई कूड़ा या सिल्ट नाले में नहीं है। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने जब इस दावे का रियलिटी चेक किया तो शहर के बीचोंबीच पैनीशिया हॉस्पिटल बेतियाहाता रोड के नाले में ही गंदगी मिली। यहां नाला सफाई में खानापूर्ति नजर आई। ऐसे में सवाल यह उठता है आगामी बारिश में शहर डूबेगा या बचेगा। पब्लिक ने सोशल मीडिया के जरिए भी अपनी प्रतिक्रियाएं दीं, जिसमें हालात चिंताजनक हो सकते हैं।
20 जून तक आ सकता मानसून
बता दें, 20 जून तक मानसून के आने की उम्मीद है। लेकिन बरसात के शुरू होते ही जलभराव जैसे हालात होने पर नगर आयुक्त की सफाई व्यवस्था कितनी कारगर साबित हुई? यह पता चल जाएगा। वहीं नगर निगम की तरफ से मिली जानकारी के मुताबिक नालों की सफाई पर हर साल लगभग 4 से 5 करोड़ रुपए खर्च किए जाते हैैं। सिटी में लगभग 13 बड़े नाले, 117 मझोले और 127 छोटे नाले हैं। इनकी लंबाई करीब 2,58,829 मीटर है। नालों की सफाई के लिए नगर निगम के पास पर्याप्त संसाधन भी मौजद हैं।
दाउदपुर व सिविल लाइंस में होता जलभराव
दाउदपुर चौराहे से आजाद चौक जाने वाली सड़क और राज्यसभा सांसद डॉ। राधा मोहन दास अग्रवाल के घर होते हुए मुख्य मार्ग पर मिलने वाली सड़क पर जलभराव होने से स्थानीय लोगों को काफी दिक्कतें होती हैैं। हालांकि नालों की सफाई का दावा तो जिम्मेदारों द्वारा किया जाता है, लेकिन बरसात के शुरू होते ही नगर निगम के जिम्मेदारों की पोल खुलने लगती है। कमोबेश यही हाल सिविल लाइंस स्थित पिलर्स और एचपी स्कूल जाने वाले मार्ग की है। बड़े नाले बना तो दिए गए, लेकिन जल निकासी नहीं होने से सड़क पर जलभराव की स्थिति बनी रहती है।
अधिकारी सिर्फ इंस्पेक्शन कर चले जाते हैैं
वार्ड नंबर 23 शिव सिंह छेत्री नगर में गोड़धइया नाले के निर्माण के लिए नगर निगम और जिला प्रशासन के आला अधिकारी इंस्पेक्शन करने आते हैैं, लेकिन दुर्गा मंदिर के पास नालियों की प्रॉपर सफाई न होने और जल भराव के कारण मोहल्ले के लोगों के लिए समस्या हर साल बरसात में शुरू हो जाती है। जबकि इसके लिए कई बार मोहल्ले के लोगों ने नगर निगम में शिकायत भी दर्ज करवाई है। लेकिन नजीता कुछ भी नहीं निकला। सर्वोदय नगर बिछिया के रहने वाले अखिलेश मिश्रा बताते हैैं कि मोहल्ले का मुख्य मार्ग ही जर्जर है। पहली ही बारिश में जलभराव हो जाता है। लेकिन कोई नगर निगम की तरफ से कोई सुनवाई नहीं हुई।
पिछली बारिश में डूब गया था पॉश एरिया बेतियाहाता
पिछले साल पॉश एरिया बेतियाहाता में इस कदर जलभराव हुआ कि घरों और दुकानों में पानी घुस गया था। पार्षद विश्वजीत त्रिपाठी ने काफी हंगामा किया था। नाराजगी जताई थी कि नगर निगम जब बरसात के पहले नालों की सफाई कराने का दावा किया था तो जलभराव क्यों हो गया।
फैक्ट एंड फीगर
सिटी में बडे नाले - 13
मझोले नाले - 117
छोटे नाले - 127
नालों की कुल लंबाई - 2,58,829
हर साल नाले की सफाई पर खर्च - 4-5 करोड़
नालों की सफाई के लिए पोकलेन मशीनें - 12
बड़ी पोकलेन मशीनें - 7
जेसीबी - 10
जलभराव की स्थिति जहां-जहां होती है। वहां सफाई अभियान जारी है। जलजमाव की स्थिति उत्पन्न न हो। इसके लिए हमारा पूरा प्रयास है कि जलभराव से लोगों को परेशान न होना पड़े।
डॉ। मंगलेश श्रीवास्तव, मेयर
बड़े, मझले और छोटे नाले की सफाई के लिए 1 अप्रैल से लगातार सील्ट निकाले जाने का काम जारी है। तीन फेज में सफाई होनी है। दो फेज का काम 15 जून को पूरा हो गया। 15 जून से 15 जुलाई तक तीसरा फेज चलेगा। जहां लो लाइन एरिया में नाले या नाली हैैं। वहां समस्या आ रही है। उसे दूर करने के लिए प्रयास किया जा रहा है।
गौरव सिंह सोंगरवाल, नगर आयुक्त
20 दिन पूर्व हुई थोड़ी बारिश में ही विजय चौक एरिया में जलभराव हो गया था। नगर निगम को जलनिकासी के समुचित प्रबंध करने चाहिए।
राजन द्विवेदी, विजय चौक
बिछिया मिश्रित आबादी का इलाका है। यहां थोड़ी बारिश में जलभराव हो जाता है। 25 मई को हुई बारिश में दरवाजे तक पानी लग गया था।
संजीव कुमार, बिछिया
ट्विटर पर छलकी पीड़ा
चंद्रभूषण (@Chandra47461697) लिखते हैं, हमारी कॉलोनी संध्या विहार वार्ड नंबर 2 बाबा राघव दास नगर में नाली टूटी फूटी है। इस बार कॉलोनी डूबेगी। कई बार नगर निगम में शिकायत कर चुका, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। सिर्फ आश्वासन ही मिलता है।
पीयूष सिंह (@piyushsinghddu1) लिखते हैं कि बख्शीपुर जुबली इंटर कॉलेज के सामने पानी इतना भर जाता है कि पार करना मुश्किल होता है। जीडीए और नगर निगम की करतूतों से सीएम सिटी पर यह दाग कब मिटेगा देखा जाये।
प्रसून त्रिपाठी (@PrasoonTripat17) लिखते हैं कि डूबेगा, क्योंकि नाला निर्माण अभी पूरा नहीं हुआ है। सूरजकुंड कालोनी में खानापूर्ति हुई है। हर बार की तरह इस बार भी डूबना तय है।
रितेश कुमार (@mr_riteshkumar) लिखते हैं कि कई मोहल्ले में ना तो रोड का पता चलता है और ना ही नाली का। फिर क्या उम्मीद की जा सकती है कि बचेगा या डूूबेगा।
चंद्रपाल निषाद (@Cpalofficial1C) लिखते हैं कि पक्का डूबेगा।