- बेटी की शादी के लिए घर में रखे थे गहने और कैश
- भाई के दिल में है सुराग, इलाज के लिए है पैसों की जरूरत
- बेटे के साथ मिलकर बनाई डकैती की झूठी कहानी, रात तक पुलिस ने कर दिया खुलासा
GORAKHPUR :
बेटी की शादी बहुत जरूरी है लेकिन शायद भाई की जिंदगी कहीं इससे भी अधिक जरूरी है। रिश्तों की इसी उधेड़बुन में फंसी एक महिला ने अपने भाई की जिंदगी बचाने के लिए बेटी की शादी के लिए रखे कैश व गहनों पर ही 'डाका' डाल लिया। भाई के दिल में सुराग है, इसलिए मां के साथ उसका बेटा भी मामा की जिंदगी बचाने के लिए साथ हो लिया। रात में मां-बेटे सोए और जब शनिवार को सुबह जगे तो डकैती की कहानी ने गांव वालों के साथ पुलिस को भी हैरान कर दिया। शुक्रवार की रात में 2 लाख के गहने और 45 हजार कैश की लूट की कहानी से शनिवार की रात तक पुलिस ने पर्दा उठा दिया। जेवर के साथ 43 हजार रुपए पुलिस ने बरामद कर लिया।
पुलिस को दी डकैती की सूचना
घटना सहजनवां थाना क्षेत्र के सिहापार प्रधान टोला के हरिजन बस्ती की है। बस्ती निवासी राधेश्याम की बेटी इंटर की छात्रा है। उसे लेकर राधेश्याम उसका एग्जाम दिलाने के लिए ननिहाल कुईकोल ले गए थे। बेटा विकास (15) और सुशीला ही घर पर थे। शनिवार को सुबह सुशीला ने पड़ोसी सुनील को बताया कि रात में छह डकैतों ने धावा बोला और उसे व बेटे को बंधक बनाकर लूटपाट की। सुनील ने 100 नंबर पर कॉल कर डकैती की सूचना दी तो पुलिस के हाथ-पांव फूल गए। कुछ ही देर में मौके पर सहजनवां के साथ ही आसपास के कई थानों की पुलिस के साथ एसपीआरए मौजूद थे। डॉग स्क्वायड भी खुलासे में जुट गया।
डकैतों ने तान दिया पिस्टल
सुशीला ने पुलिस को बताया कि शुक्रवार को रात में गर्मी अधिक थी। इसलिए वह बेटे के साथ बरामदे में सो रही थी। बेटी इंटर में पढ़ती है। पति राधेश्याम बेटी को एग्जाम दिलाने उसके ननिहाल गए थे। रात करीब 11 बजे आधा दर्जन डकैतों ने धावा बोला। सुशीला को जगाकर उसे धमकाया और घर की चाबी मांगी। उसने पास की चारपाई पर सो रहे बेटे को जगाने की कोशिश की तो एक डकैत ने पिस्टल निकाल लिया और सुशीला पर तान दिया। इससे दोनों सहम गए।
पिस्टल दिखा ले ली चाबी
डकैतों ने सुशीला के मुंह पर कपड़ा बांध दिया। उनका हाथ भी बांध दिया। जान जाने के डर से महिला ने घर की चाबी बदमाशों को सौंप दी। एक बदमाश मां-बेटे को पिस्टल से कवर किए रहा। दो डकैत मेन गेट पर खड़े थे। तीन डकैत घर में घुसकर अंदर के कमरों को खंगालने में लग गए। एक ही कमरे में बॉक्स में सारे गहने और रुपए रखे हुए थे। बदमाश कैश और गहने ले उड़े। जाते-जाते शोर न मचाने की धमकी देते गए। कुछ देर बीतने के बाद जब सुशीला ने शोर मचाया तो पड़ोसी सुनील ने 100 नंबर पर पुलिस को सूचना दी। थोड़ी ही देर में पुलिस पहुंच गई। घर में डकैती की सूचना पर राधेश्याम भी आ गए।
घर में डकैती पर उड़े होश
राधेश्याम घर पहुंचे तो डकैती की उसी कहानी से उनका भी सामना हुआ। उनके तो होश ही उड़ गए। वे समझ नहीं पा रहे थे कि अब बेटी की शादी कैसे करेंगे। उन्होंने पुलिस को बताया कि घर में बेटी की शादी की तैयारी चल रही है। कुछ ही दिन पहले कनफूल, पाजेब, पायल, हथपलानी, अंगूठी, मंगलसूत्र आदि गहने खरीदकर लाए थे। गहनों की कीमत करीब 2 लाख है। अन्य तैयारियों के लिए पांच दिन पहले ही 45 हजार रुपए में अपनी भैंस बेची थी। सारे रुपए भी गहनों के साथ रखे हुए थे। डकैतों ने कुछ नहीं छोड़ा। अब वे बेटी की शादी कैसे करेंगे।
पुलिस का ठनका माथा
क्षेत्र में ढाई लाख की डकैती पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बन गई। पुलिस की जांच में मामला शुरू से ही संदिग्ध लगा। पुलिस को इस बात पर हैरत थी कि छह असलहाधारी डकैत पास के घर में लूट मचाते रहे और पड़ोसियों को इसकी भनक तक न लगी। पुलिस के दिमाग में और भी सवाल उभर रहे थे। मसलन, लूट रात में हुई तो उसकी सूचना पुलिस को सुबह क्यों दी गई? सुशीला के शरीर के गहने सुरक्षित थे। पुलिस समझना चाह रही थी कि जब डकैत अंदर रखे गहने ले गए तो उनकी नजर सुशीला के गहनों पर कैसे नहीं पड़ी? पुलिस अपने सवालों के जवाब ढूंढने के क्रम में सुशीला पर दबाव बढ़ाने लगी। सुबह से पुलिस के सवालों से परेशान सुशीला का धैर्य जवाब दे गया और वह रात तक टूट गई। सुशीला ने पुलिस को बताया कि भाई के दिल में सुराग है और इलाज के लिए रुपयों की जरूरत है। वह इतने रुपए पति से मांगती तो वे कभी हां नहीं करते। भाई की जान बचाने के लिए उसके दिमाग में यही आइडिया आया। उसने पुलिस को पास रखे 43 हजार रुपए और गहने बरामद करा दिए।
कोट
मामला शुरू से ही संदिग्ध लग रहा था। सुशीला से पूछताछ में वह टूट गई और फर्जी लूट की सारी कहानी सामने आ गई।
- ब्रजेश सिंह, एसपी, रूरल एरिया