- रातभर दर्द से छटपटाती रही महिला, सुबह पुलिस ने पहुंचवाया अस्पताल
- घटना के बाद ससुराल वाले घर छोड़कर फरार
JHANGHA: बहू के ऊपर खौलते तेल की कड़ाही फेंककर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया गया। सास, ननद और देवर ने इस अमानवीय घटना को अंजाम देने के बाद भी उसे अस्पताल नहीं पहुंचाया। घटना की सूचना मिलने के बाद वहां पहुंची पुलिस ने पीडि़ता को अस्पताल में एडमिट कराया। यह वाकया झंगहा थाना क्षेत्र के गहिरा लाला टोला गांव में सोमवार की रात हुआ। घटना के बाद से ससुराल पक्ष के लोग घर छोड़कर फरार हैं।
बाहर है पति
गहिरा लाला टोला निवासी दीनानाथ निषाद की शादी करीब दस साल पहले पिपराइच थाना क्षेत्र के जंगल सुभान अली वेलवा की राधिका (28) से हुई। दीनानाथ की तीन संतान दीपक (8), संजना (6) और मंदीप (4) हैं। दो माह पहले ही दीनानाथ कमाने के लिए बेंगलुरू चला गया। घर पर पत्नी राधिका और बच्चों के अलावा मां मंती देवी, विवाहित बहन रूना देवी और छोटा भाई दिनेश रहते हैं।
खौलती कड़ाही ही उड़ेल दी
सोमवार की रात 8 बजे राधिका आवासीय झोपड़ी के बाहर बने चूल्हे पर मछली तल रही थी। वहीं आसपास सास, ननद और देवर बैठे हुए थे। इसी बीच तीनों से किसी बात पर राधिका की कहासुनी हो गई। बस क्या था, तीनों ने मिलकर राधिका के ऊपर कड़ाही में खौलता तेल समेत मछली फेंक दिया। इससे राधिका का सीना, पेट झुलस गया और वह वहीं अचेत हो गई। इसके बाद सबने मिलकर उसे अंदर खाट पर डाल दिया।
पूरी रात दर्द से कराहती रही
राधिका पूरी रात दर्द से कराहती रही। सुबह होने पर इस बात की जानकारी महिला समिति समूह के सदस्य नूरेसा व टासी देवी को हुई। दोनों राधिका के पास पहुंची तो उसने किसी तरह घटना बताई। इसके बाद 100 नंबर पर कॉल कर पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस को सूचना देने की जानकारी होते ही घर सास, ननद व देवर घर से फरार हो गए। थोड़ी ही देर में मौके पर थानाध्यक्ष उपेन्द्र यादव पहुंच गए। मौके पर ही पुलिस ने राधिका से तहरीर लेकर उसे प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र खोराबार भेजा। सूचना मिलने पर राधिका की मां झिनकी देवी भी पहुंच गई। उन्होंने पुलिस को बताया कि राधिका को उसकी सास, ननद व देवर मारते-पीटते थे। घटना की रात तीनों ने उसे जलाकर मारने का प्रयास किया।
वर्जन आएगा