- वानरों के आगे बेबस जिले का वन विभाग
- बांसगांव एरिया में पब्लिक ने लगाया जाम
द्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र : बंदरों ने पब्लिक का जीना दुश्वार कर दिया है। शहर से लेकर गांव तक बंदर उत्पात मचा रहे हैं। वन विभाग के अफसर बेबस बने तमाशा देख रहे हैं। वन विभाग का कहना है कि बंदरों को पकड़ने की सुविधा नहीं है। सूचना मिलने पर कोई न कोई इंतजाम किया जाता है।
काले बंदर बने मुसीबत
रामनगर चौराहे से लेकर राणीसती मंदिर तक बंदरों का उत्पात है। एक पखवारे दो काले बंदर पब्लिक को हलकान कर रहे हैं। मोहल्ले में रहने वाले लोगों का जीना दूभर हो गया है। राह चलते लोगों पर हमला करके बंदर काट रहे हैं। हुमायूपुर निवासी उमेश की पत्नी रेनू बंदरों के हमले में घायल हो गई। बंदर के धक्के से उनका सिर फट गया। चाय की दुकान पर खड़े रामदत्तपुर निवासी दिलीप सैनी चाय की दुकान पर खड़े थे। तभी बंदर ने उनको काट लिया।
थप्पड़ मार पलटवाया ट्रक
बांसगांव एरिया में बंदर के हमले में ट्रैक्टर पलट गया। रविवार की सुबह सरसोपार निवासी रमेश सिंह ट्रैक्टर लेकर हटवा और कल्याणपुर में गया। तभी अचानक बंदर ने हमला कर दिया। ट्रैक्टर पर बैठकर ड्राइवर को तीन-चार थप्पड़ मारे जिससे वाहन अनियंत्रित होकर पलट गया। बंदर के हमले से गुस्साए लोगों ने बांसगांव -खजनी रोड जाम कर दिया। लोगों ने कहा कि बंदर अभी तक 50 लोगों को काट चुका है। शिकायत के बावजूद विभाग के लोग ध्यान नहीं दे रहे है। करीब आधे घंटे बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों को समझाबुझाकर शांत कराया।
जिला अस्पताल में रोजाना लग रही सूई
बंदरों के हमले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। चौरीचौरा एरिया के सरदारनगर में बंदर के हमले से लोग परेशान है। बांसगांव, पीपीगंज, खजनी, कैंपियरगंज सहित कई जगहों पर बंदर सैकड़ों को काट चुके हैं। जिला अस्पताल के डॉक्टर्स का कहना है कि बंदर काटने से घायलों को सूई लगाई जा रही है। रोजाना तीन से चार मरीज पहुंचते हैं।
बंदरों को पकड़ने कोई इंतजाम नहीं है। सूचना मिलने पर टीम बुलाई जाती है। महराजगंज के सोहगीबरवा से टीम बुलाकर कार्रवाई की जाएगी।
डॉ। जनार्दन, डीएफओ