- रवायती अंदाज में निकला 10वीं मोहर्रम का जुलूस, कर्बला में दफन हुई ताजिया
- देर रात तक चलता रहा जुलूसों का सिलसिला, देखने के लिए उमड़े गोरखपुराइट्स
GORAKHPUR : सफेद और आसमानी पोशाक पहने लंबी कतारों में सिक्योरिटी गार्ड। अपनी धुन में मगन लाठियों से करतब दिखाते नन्हें बच्चे। कतारों में लठिया सालार खेलते आगे बढ़ते अखाड़ों के लोग और ढोल-ताशों की धमक से गूंजती शहर की फिजा। यह नजारा था शहर के उन रास्तों का, जिनसे होकर 10वीं मोहर्रम का जुलूस अपनी मंजिल की ओर आगे बढ़ रहा था। मियां साहब इमामबाड़ा स्टेट से दसवीं मोहर्रम का शाही जुलूस अपनी 310 साल पुरानी रवायत के मुताबिक पूरी शानो-शौकत के साथ निकाला गया। सफेद चमचमाती हुई पैरहन में इमामबाड़ा इस्टेट के सज्जादानशीं अदनान फर्रुख अली शाह मियां साहब ने अपने सहयोगियों और पर्सनल गार्ड्स के साथ गश्त पूरी की।
रास्ते हुए तंग, उमड़ा जनसैलाब
10वीं मोहर्रम का रवायती जुलूस इमामबाड़ा से निकलकर शहर के कई अहम इलाकों से गुजरता हुआ, कर्बला के रास्ते इमामबाड़ा तक निकाला जाता है। जिन रास्तों से मियां साहब के जुलूस को गुजरना था, सुबह होते ही उन राहों में लोगों की भीड़ उमड़ने लगी। सड़कें जहां तंग हो गई, वहीं घरों की छत और पर औरतों-बच्चों की जबरदस्त भीड़ थी। मियां साहब का जुलूस जैसे ही लोगों के सामने से गुजरा तो इस दौरान उनकी एक झलक पाने के लिए लोग काफी उत्सुक नजर आए।
जगह-जगह हुआ स्वागत
मियां साहब के जुलूस का शहरवासियों ने जगह-जगह स्वागत किया। जुलूस इमामबाड़ा इस्टेट के पश्चिम फाटक से निकला, जहां मियां साहब का फूल मालाओं से लाद कर स्वागत किया गया। इसके साथ ही कमाल शहीद की मजार, बख्शीपुर, अग्रवाल भवन, अलीनगर चौक, चरनलाल चौक, बेनीगंज ईदगाह के पास, बेनीगंज चौक, चाचा नेहरू स्कूल, जाफरा बाजार चौक, सब्जी मंडी पर भी जोरदार स्वागत किया गया।
डॉ। अजीज अहमद ने किया स्वागत
इमामबाड़ा इस्टेट का जुलूस जब घासीकटरा स्थित कर्बला पहुंचा, तो गेट पर शहर के मशहूर डॉक्टर अजीज अहमद ने उनका फूल मालाओं के साथ स्वागत किया। मोइनुद्दीन, दानिश, सैयद मोहम्मद इब्राहीम, हबीब अहमद एडवोकेट ने गुलपोशी कर उनका इस्तकबाल किया। इसका सिलसिला जुलूस के खत्म होने तक जारी रहा। इसके बाद जुलूस घासीकटरा चौक, मिर्जापुर, साहबगंज, खूनीपुर, अंजुमन इस्लामियां, नखास चौक, कोतवाली होते हुए दक्षिण फाटक पहुंचा, जहां मियां बाजार के पार्षद मनीष सिंह ने स्वागत किया। इसके बाद जुलूस वापस इमामबाड़े पहुंचकर खत्म हुआ। मियां साहब के जुलूस में उनके साथ मुख्य रूप से जुल्फेकार अहमद, मंजूर आलम, सैयद इरशाद अहमद, हाजी अमीरुद्दीन, आईएच सिद्दीकी, नुसरत हुसैन, मो। आरिफ, ख्वाजा शमसुद्दीन, इश्तेयाक अहमद, अजहर समी, अयाज हुसैन, शकील शाही, मो। आवेज, आफताब अहमद, अदील अख्तर, शमीम अहमद एडवोकेट के साथ बड़ी तादाद में लोग शामिल रहे।
सिविल डिफेंस ने लगाया कैंप
मोहर्रम के जुलूस में भूले-भटकों को रास्ता दिखाने और घायलों की मदद के लिए सिविल डिफेंस के मेंबर्स ने कर्बला के पास कैंप लगाया। स्टाफ अफसर नेमतुल्लाह की ओर से लगाए गए इस कैंप में पुलिस प्रशासन के अला अधिकारी भी पहुंचे। इस दौरान करतब दिखाने के दौरान घायलों का फर्स्ट एड किया गया, वहीं गायब हुए नन्हें बच्चों को उनके परिजनों से मिलाया गया। इस मौके पर सरवर जावेद, राजकुमार गुप्ता, नीरज मिश्रा समेत बड़ी तादाद में सिविल डिफेंस मेंबर्स मौजूद रहे।