गोरखपुर (ब्यूरो)। अरेस्ट किए गए आरोपित बड़हलगंज के मरवटिया निवासी उमेश यादव घटना के समय सीसीटीवी फुटेज व फोटो में भी देखा गया था। पुलिस ने उसकी सीसीटीवी फुटेज जारी किया था। शेष दोनों आरोपित श्रीकांत यादव व विश्वनाथ यादव सगे भाई हैं। वह देवरिया के मदनपुर थाने के हरदेउरा के निवासी हैं। पुलिस ने आरोपितों के पास से घटना में प्रयुक्त दो बाइक व एक लाइसेंसी रिवॉल्वर बरामद किया है। घटना को अंजाम देने वाले मऊ के मधुबन निवासी मिथिलेश उर्फ लालू व गोविंद यादव की बीते एक दिसंबर को बलिया के उभांव से गिरफ्तारी हो चुकी है। अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने पुलिस टीम को एक लाख रुपए का पुरस्कार दिया है।
मुखबिर से मिली सूचना
पुलिस ने घटना के सीसीटीवी में बाइक लेकर भाग रहे तीन युवकों की सीसीटीवी फुटेज की फोटो जारी की थी। इसमें उमेश यादव की फोटो को एक मुखबिर ने पहचान लिया था। बुधवार सुबह पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि उमेश घटना में शामिल अन्य आरोपितों से मिलने के लिए कपरवार जा रहा है। बड़हलगंज थाना, एसओजी व सर्विलांस की संयुक्त टीम ने इसे गंभीरता से लिया और टेढिय़ाबंधा से सीधेगौर पटना मार्ग पर उमेश यादव, श्रीकांत यादव व विश्वनाथ यादव को गिरफ्तार कर लिया। तीनों को पुलिस ने जेल भेज दिया।
चाची की हत्या के लिए सात लाख का सौदा
पुलिस के मुताबिक गोपाल ने पंचायत चुनाव के समय विश्वनाथ को सात लाख रुपए दिया था और चाची की हत्या के लिए सौदा किया था। बाद में विश्वनाथ ने गांव के तेजू यादव व अपने रिश्तेदार उमेश यादव को इसकी जानकारी दी। उमेश ने मधुबन के बदमाश मिथिलेश यादव व गोविंद यादव के माध्यम से पुष्पा की हत्या कराई।
इस लिए हुई हत्या
मृतका पुष्पा यादव मूलरूप से बड़हलगंज के कल्यानपुर की रहने वाली थी। उसका भतीजा गोपाल यादव कोरिया में रहता है। पुलिस के मुताबिक 2017 में पुष्पा के पति की मौत हो गई। पति के मौत के बाद पुष्पा कुछ लोगों से मिलती-जुलती थी। यह बात गोपाल व उसके घरवालों को नहीं पसंद थी। पुलिस यह भी कहती है कि पुष्पा पहले से ही लोगों से मिलती-जुलती थी। इसी के चलते उसने गांव से हटकर बड़हलगंज के सिधुआपार में घर बनवाया था। घरवालों ने कई बार पुष्पा को मना भी किया, लेकिन वह नहीं मानी।
इन आरोपियों को किया अरेस्ट
आरोपितों को अरेस्ट करने वाली टीम नमें प्रभारी निरीक्षक उमेश कुमार बाजपेयी, एसओजी प्रभारी चंद्रभान सिंह, अरूण सिह, सर्विलांस प्रभारी धीरेंद्र राय, अश्वनी कुमार तिवारी, अभय नारायण सिंह, रशिद अख्तर खाँ, राजमंगल सिंह, निलेश कन्नौजिया, सत्येंद्र भाष्कर, अनिल यादव, सत्यप्रकाश सिह, अरूण यादव इन्द्रेश वर्मा शामिल रहे।