- देवेंद्र ने जेल पहुंचकर बंदियों से की मुलाकात
- 17 जातियों को मिले आरक्षण, बोले जीएम सिंह
GORAKHPUR: निषाद आंदोलन के बंदियों को अलग रखने की मांग उठी है। फ्राइडे को सपा एमएलसी देवेंद्र सिंह ने जेल में पहुंचकर बंदियों से मुलाकात की। उन्होंने सभी बंदियों को नेहरू भवन में शिफ्ट करने को कहा। उधर पनियरा के बसपा विधायक जीएम सिंह और बसपा प्रभारी आनंद निषाद ने निषादों के उत्पीड़न का आरोप लगाया। विधायक ने कहा कि 17 जातियों को अनुसूचित जाति की श्रेणी में शामिल किया जाए।
बवाल में पुलिस ने दर्ज कराया था मुकदमा
अनुसूचित जाति का दर्जा देने की मांग को लेकर निषाद समुदाय ने आंदोलन छेड़ा। संडे को डॉक्टर संजय निषाद की अगुवाई में कसरवल के पास रेलवे ट्रैक जाम करके प्रदर्शन किया। पुलिस-प्रशासन से प्रदर्शनकारियों की झड़प हो गई। इस दौरान आगजनी, पथराव और फायरिंग में एक आंदोलनकारी की मौत हो गई। पुलिस और प्रदर्शनकारियों में शामिल करीब 50 लोग घायल हो गए। सहजनवां एसओ श्यामलाल की तहरीर पर पुलिस ने 30 नामजद और करीब दो हजार अज्ञात पर विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया। 37 लोगों को अरेस्ट करके पुलिस जेल भेज चुकी है।
आंदोलनकारियों से पुलिस कर रही ज्यादती
एमएलसी देवेंद्र प्रताप सिंह फ्राइडे को जिला कारागार पहुंचे। उन्होंने जेल में बंद 37 आंदोलनकारी बंदियों से मुलाकात की। उनकी समस्याएं सुनने के बाद जेलर आरके सिंह से बातचीत की। एमएलसी ने जेलर से कहा कि इन बंदियों को अलग बैरक में रखा जाए। उन्होंने नेहरू भवन में बंदियों को शिफ्ट करने को कहा। एमएलसी ने कहा कि पूरे मामले को विधान परिषद में उठाया जाएगा। आरोप लगाया कि निषाद आंदोलन में पुलिस ने ज्यादती की है। उधर, पनियरा के विधायक जीएम सिंह और बसपा प्रभारी आनंद निषाद ने कार्रवाई की निंदा की। विधायक ने निषाद बिरादरी के साथ- साथ 17 जातियों को अनुसूचित जाति में शामिल करने की मांग की। उन्होंने कहा कि किसी को पुलिस के उत्पीड़न का शिकार नहीं होना दिया जाएगा।