गोरखपुर (अनुराग पांडेय)।बाबा की हत्या का बदला लेने के लिए नाबालिग के सिर पर ऐसा खून सवार हुआ कि उसने अपने बाबा के हत्यारोपी के लिए न सिर्फ सुपारी किलर बुलाए, बल्कि पहली गोली भी उसने खुद ही चलाई। देखने-सुनने में भले ही यह घटना फिल्मी लगती है, लेकिन इसका खुलासा पुलिस और बदमाशों के बीच हुए एनकाउंटर के बाद अरेस्ट हुए शातिर बदमाश ने किया है। देर रात हुए एनकाउंटर में पकड़े गए बदमाश की पहचान थाना निजामाबाद जिला आजमगढ़ निवासी आकाश कुमार के रूप में हुई। आकाश ने बताया कि उसके साथ अर्पित शुक्ला भी था जो चकमा देकर भाग गया।
1995 में हुई थी हत्या
एसएसपी डॉ। गौरव ग्रोवर ने घटना का खुलासा करते हुए बताया कि कनईल के अर्पित शुक्ला के बाबा की 1995 में हत्या हुई थी। इसमें शशिमौली शुक्ला आरोपी बने और जेल गए। अर्पित जब बड़ा हुआ तो उसने अपने बाबा की हत्या का बदला लेने के लिए आजमगढ़ रहने वाली अपनी बुआ के 15 वर्षीय नाबलिग लड़के से बात की। इसके बाद 1नाबालिग ने हत्या करने की साजिश रचते हुए आजमगढ़ के बदमाश आकाश कुमार को शामिल किया। अर्पित के बुआ के लड़के ने आकाश से कहा कि गोरखपुर कनईल में रिश्तेदार के घर बर्थडे पार्टी है। यही कहकर आकाश को लेकर वो 29 मार्च को कनईल आया। कनईल में अर्पित शुक्ला के साथ इनकी मीटिंग हुई। इसके बाद गांव के अन्य लड़कों के साथ ही आजमगढ़ के आकाश ने वहां फायरिंग की प्रैक्टिस की।
अर्पित ने चलाई पहली गोली
प्लान बनाकर अर्पित आजमगढ़ के दोनों युवको के साथ अपने साथी मंटू उर्फ देवेश द्विवेदी के घर कजाकपुर न्यू कॉलोनी में पहुंचा। तीन मोटरसाइकिल से अर्पित अपने चार साथियों के साथ शशिमौली शुक्ला की जहां गाड़ी खड़ी थी, वहां पहुंचकर उनके आने का इंतजार करने लगे। जैसे ही शशिमौली शुक्ला अपनी गाड़ी के पास आए उनपर सबसे पहले अर्पित फिर उसके तीन और साथियों ने फायर झोंक दिया। पांच में से चार युवकों के पास पिस्टल थी। शशिमौली को चार गोली लगी और वो वहीं गिर गए। इसके बाद ये बदमाश उन्हें मरा समझकर वहां से भाग निकले।