- पंचायती राज मंत्री राम गोविंद का दावा, अब सिंगापुर और अमेरिका से बेहतर हो जाएगी यूपी की पुलिस

GORAKHPUR: प्रदेश सरकार की बहुप्रतीक्षित यूपी 100 सेवा का शुरुआत करते हुए पंचायती राज मंत्री राम गोविंद चौधरी ने इसकी खूबियां गिनाते हुए यहां तक दावा कर डाला कि अब यूपी पुलिस सिंगापुर और अमेरिका से बेहतर हो जाएगी। प्रदेश में रामराज आ जाएगा। शनिवार की दोपहर पुलिस लाइन परेड ग्राउंड में आयोजित कार्यक्रम में पंचायती राज मंत्री ने हरी झंडी दिखाकर यूपी 100 के वाहनों को रवाना किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि यूपी पुलिस के पिछड़ा होने से अपराधी फायदा उठाते थे वहीं विपक्ष कानून-व्यवस्था को लेकर हमेशा सवाल खड़ा करता था। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा।

कुछ का नहीं लग रहा मन

कैबिनेट मंत्री ने कहा कि 'यूपी 100' में चयनित कई पुलिस कर्मचारियों का मन नहीं लग रहा है। 10-20 लोगों ने ट्रांसफर के लिए उनसे सिफारिश करने को कहा। मंत्री ने कहा कि उन्हें पता है कि इन लोगों का मन क्यों नहीं लग रहा है। यह आप सबको भी पता है इसलिए इसके बारे में कुछ नहीं बोलूंगा। इशारों में ही उन्होंने अवैध वसूली पर पुलिस को टॉरगेट किया। कहा कि दुनिया में एक ही चीज सब कुछ नहीं होती है। मान-सम्मान से बढ़कर कुछ नहीं होता। यूपी 100 में लगे पुलिस कर्मियों का उत्साह बढ़ाते हुए उन्होंने कहा कि नंबर एक पुलिस बनने की जिम्मेदारी उनके कंधों पर है। इसलिए मन लगाकर काम करें ताकि जनता की शिकायतें दूर हो सकें।

दूर होंगी पब्लिक की शिकायतें

कार्यक्रम में आईजी मोहित अग्रवाल ने कहा कि पब्लिक की सिर्फ दो ही शिकायतें होती हैं। पहली तो यह कि सूचना देने पर पुलिस समय से नहीं पहुंचती। दूसरी कि पुलिस ने ठीक व्यवहार नहीं किया। यूपी 100 के पुलिस कर्मचारी सूचना मिलने पर समय से तो पहुंचेंगे ही, पीडि़त के साथ उनका व्यवहार भी फ्रेंडली होगा। यूपी 100 जैसा कोई प्रोजेक्ट पूरे विश्व में कहीं नहीं है। डीआईजी शिवसागर सिंह ने कहा कि यूपी की पुलिस दुनिया की सबसे बेहतर पुलिस बनने जा रही है। उन्होंने शेरो-शायरी सुनाकर पुलिसकर्मियों से खूब तालियां बजवाई। इस मौके पर डीएम संध्या तिवारी ने लोगों को संबोधित किया। एसपी ट्रैफिक डॉ। श्रीप्रकाश द्विवेदी ने यूपी 100 के बारे में जानकारी दी। प्रभारी एसएसपी हेमराज मीणा ने उपस्थित लोगों का आभार जताया। इस मौके पर कैबिनेट मंत्री ने हेड कांस्टेबल प्रमोद कुमार यादव और धनंजय कुमार को चाबी, अर्जुन सिंह और अनंतराम को पेट्रो कार्ड, नरेंद्र सिंह को एसओपी पुस्तिका, अशोक कुमार साहनी को एमटीडी टेबलेट, योगेंद्रमणि को मोबाइल फोन दिया।