-समाज, संस्कृति, परंपरा से दूर हो गई है शिक्षा: प्रो कठेरिया
- मेक इन इंडिया से विश्व में भारत की अलग पहचान बनेगी
GORAKHPUR: शिक्षा और स्वास्थ्य विकास की दो बुनियादी शर्ते हैं। पूर्वाचल का विकास क्यों नहीं हुआ, इसके कई कारण हैं। यह भी सच है कि यह क्षेत्र आजादी के बाद से ही उपेक्षित रहा है। भाजपा का नारा है 'सबका साथ सबका विकास'। इसी को भाजपा चरितार्थ कर रही है। यहा नारा तभी सफल होगा, जब हर व्यक्ति एजुकेट होगा। भाजपा का मकसद है कि शिक्षा के साथ लोगों को रोजगार भी मिले। यह तभी साकार होगा पीएम नरेंद्र मोदी का मेक इन इंडिया का नारा सफल होगा। यह बातें संडे को महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद की पीपीगंज भरोहिया में नई संस्था गोरखनाथ विद्यापीठ का लोकार्पण करते हुए केंद्रीय इस्पात एवं खनन मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहीं। विशिष्ट अतिथि मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री प्रो.(डॉ.) राम शंकर कठेरिया ने कहा कि हर व्यक्ति देश की नींव है। एक शिक्षित व्यक्ति ही अच्छे घर, अच्छे समाज और अच्छे देश का निर्माण करता है। समाज, संस्कृति, परंपरा और इतिहास से दूर हो चुकी शिक्षा देश के विकास में बाधक है। इस अवसर पर सदर सांसद महंत योगी आदित्यनाथ, गोरखपुर यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो। अशोक कुमार, दिगंबर अखाड़ा अयोध्या के महंत सुरेश दास, पूर्व कुलपति प्रो। यूपी सिंह ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया।
अच्छे शिक्षकों की कमी है देश में
प्रो.कठेरिया ने प्राइमरी स्कूलों की बदहाली का जिक्र किया। देश में प्राइमरी स्कूल से लेकर हायर एजुकेशन तक की संस्थाओं में अच्छे शिक्षकों की कमी है। यह सोचने वाली बात है कि शिक्षा देने वाली संस्थाएं किस तरह की शिक्षा दे रही हैं। बच्चों के स्कूल बैग भारी हो चुका है। कार्यक्रम में सांसद कमलेश पासवान, विधायक बजरंग बहादुर, फतेहबहादुर सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष साधना सहित कई अन्य लोग उपस्थित रहे।
इस बार नहीं हुआ धोखा
महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के स्थापना दिवस के अवसर पर खराब मौसम न होने के कारण इस बार धोखा नहीं हुआ। हालांकि परिस्थितियां कुछ इसी तरह की बनी थी। मंदिर प्रशासन की मानें तो पहले कार्यक्रम के मुताबिक केंद्रीय इस्पात एवं खनन मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को विशेष विमान से आना था। इसी वजह से कार्यक्रम का समय दोपहर क्ख् बजे रखा गया था, लेकिन रनवे पर मरम्मत कार्य होने के कारण एयरपोर्ट पर लैंडिंग संभव नहीं हुई। बाद में कुशीनगर एयरपोर्ट पर लैंडिंग के लिए वहां प्रशासन से अनुमति लेकर तोमर को अवगत करा दिया गया। कल अचानक प्रशासन ने यह अनुमति रद्द कर दी। इसके बाद तोमर दिल्ली से वैशाली एक्सप्रेस गोरखपुर आए। कार्यक्रम के बाद वे फैजाबाद एयरपोर्ट गए और वहां विशेष विमान से दिल्ली गए।