गोरखपुर (ब्यूरो)। रामदुलारे ने बिजली चोरी में पकड़े जाने पर पूरा किस्सा और उत्पीडऩ की कहानी अफसरों से बयां की तो सब दंग रह गए। उनकी लिखित शिकायत पर एसई ग्रामीण ने तीन माह पहले जांच कमेटी बनाई। कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में जेई व लाइनमैन को क्षेत्र अतिक्रमण का दोषी ठहराया है। इस रिपोर्ट पर सीई ने जेई परमेश्वर लाल व लाइनमैन सुनील कुमार को आरोप पत्र देने का निर्देश एसई को दिया है। आरोपियों का जवाब मिलने पर आगली कार्रवाई होगी।

फीस भरकर गए बिजलीघर

ग्रामीण वितरण मंडल प्रथम के चौरीचौरा वितरण खंड के मोतीराम अड्डा बिजली घर से जुड़े दुबियारी टोला के रामदुलारे ने अपने टीवीएस बाइक शोरुम के लिए 4 किलोवाट के कामर्शियल कनेक्शन लेने को 4 अक्टूबर-2019 को आवेदन पत्र के साथ शपथ पत्र दिए। 250 रुपए का ट्रेजरी चालान जमा कर 100 रुपए प्रोसेसिंग फीस भरकर बिजली घर पर गए। वहां पर बैठे दूसरे क्षेत्र के जेई परमेश्वर लाल ने कहा कि वे ही क्षेत्र के जेई है। दो दिन बाद आपके दुकान पर कोई लाइनमैन जाएगा। उसे फाइल व पैसा दे दीजिएगा। 16 अ1तूबर 2019 को लाइनमैन सुनील कुमार उनकी दुकान पर जाकर बोला कि जेई ने फाइल व पैसा मंगवाया है। राम दुलारे के भाई रामानन्द ने उसे फाइल व 15000 रुपए दे दिए।

20 नवंबर को हुई जांच

17 नवम्बर 2019 को लाइनमैन सुनील कुमार ने पुस्तक संख्या 16645 तिथि 16 नवम्बर-2019 की द्वितीय प्रतिलिपि रसीद देकर उसी बिना मीटर के कनेक्शन जोड़ दिया। कहा कि मीटर तीन चार दिन में लग जाएगा। 20 नवम्बर को विजिलेंस टीम ने परिसर की जांच की। इस दौरान बिना मीटर के बिजली इस्तेमाल पकड़ाने पर टीम ने बिजली चोरी का मुकदमा दर्ज करा दिया। इसके बाद रामदुलारे के खिलाफ 3.45 लाख रुपए का राजस्व निर्धारण कर 50 हजार शमन जमा करने की नोटिस भेज दिया। रामदुलारे ने हाईकोर्ट की शरण ली। कोर्ट के निर्देश पर रामदुलारे को राजस्व निर्धारण की राशि में राहत मिली। इसके बाद राम दुलारे ने एसई को पत्र लिखकर जेई व लाइनमैन के खिलाफ जांच कराकर कार्रवाई करने की मांग की। एसई ने परीक्षण खंड के एक्सईएन व एक लेखाकर की टीम बनाकर मामले की जांच कराई। जांच टीम ने तीन दिन पहले अपनी रिपोर्ट सौपी। जांच टीम ने अपनी रिपोर्ट में जेई परमेश्वर लाल व लाइनमैन सुनील कुमार को क्षेत्र अतिक्रमण करके कनेक्शन देने व जोडऩे का दोषी मानी है। बिना बिजली मीटर के कनेक्शन जोडऩे व फर्जी सीलिंग प्रमाण पत्र जारी करने का दोषी मानी है।

पीडि़त राम दुलारे प्रकरण में जांच टीम ने अपनी रिपोर्ट में जेई व लाइनमैन को क्षेत्र अतिक्रमण का दोषी माना है। एसई को निर्देशित किया है कि वे दोनों को आरोप पत्र देकर उनसे सात दिन में जवाब ले। उनके जवाब मिलने के बाद उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

- ई। आशु कालिया, चीफ इंजीनियर ,गोरखपुर जोन