गोरखपुर (ब्यूरो)। अभी तक उनको 7 महीने की फीस एक बार में ही देनी पड़ती थी, लेकिन अब पहले चार महीने और दूसरी बार में तीन महीने की फीस ली जाएगी। वहीं, इलेक्ट्रिसिटी बिल को 1500 से बढ़ाकर 3000 रुपए कर दिया गया है।

स्टूडेंट्स ने की थी मांग

यूनिवर्सिटी ने नवंबर से मेस का संचालन करने का फैसला किया है। कुल सात महीने इसको चलाया जाएगा। स्टूडेंट्स को हॉस्टल फीस के अलावा 3025 रुपए प्रति माह के हिसाब से सात महीने की मेस फीस देनी होगी। पहली बार में उन्हें 12,100 रुपए तो वहीं, दूसरी बार में 9075 रुपए देने होंगे। मेस फीस को दो बार में जमा कराने के लिए स्टूडेंट्स ने वीसी प्रो। पूनम टंडन से आग्रह किया था। उनका कहना था कि ग्रामीण क्षेत्र के स्टूडेंट्स इस रकम को एक बार में जमा करने में असमर्थ हैं।

कॉशन और मेनटेनेंस फीस भी बढ़ी

चीफ वॉर्डन प्रो। एसके सिंह ने बताया कि मेंटनेंस फीस 2011 से ही नहीं बढ़ाई गई थी। बिजली बिल के अलावा यूनिवर्सिटी ने कॉशन और मेनटेनेंस फीस में भी इजाफा किया है। कॉशन फीस को 1500 से बढ़ाकर 3000 रुपए तो वहीं, मेनटेनेंस फीस 300 से एक हजार रुपए कर दी गई है।

स्टूडेंट्स को फीस पेमेंट का इंतजार

यूनिवर्सिटी में हॉस्टल अलॉटमेंट के लिए पिछले महीने से ही प्रक्रिया शुरू है। मेरिट लिस्ट जारी होने के बाद उनका वेरिफिकेशन तो हो गया, लेकिन फीस पेमेंट करने के लिए पोर्टल नहीं खुला। इसको लेकर स्टूडेंट्स काफी परेशान हैं। सभी कोर्सेज की क्लासेज एक महीने से चल रही हैं। ऐसे में दूर-दराज से आने वाले स्टूडेंट्स को कई तरह की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। या तो स्टूडेंट बाहर महंगा रूम ले रहे हैं या फिर डेली बस या ट्रेन से सफर कर रहे हैं।

हॉस्टल अलॉटमेंट के लिए पांच हॉस्टल्स की लिस्ट फाइनल कर ली गई है। मंगलवार से इसका पेमेंट शुरू हो जाएगा। स्टूडेंट्स की सुविधा के लिए मेस की फीस अब दो बार में ली जाएगी। कॉशन, मेनटेनेंस और बिजली बिल में भी थोड़ा इजाफा किया गया है।

प्रो। एसके सिंह, चीफ वॉर्डन, डीडीयूजीयू