- दरोगा पर भारी पड़े सालों पुराने सिपाही
- मेले की वसूली को लेकर होता है विवाद
GORAKHPUR: गुलरिहा एरिया के बांसथान मेले में अवैध कच्ची शराब और जुआ अड्डों पर कार्रवाई दरोगा को भारी पड़ी। सालों से जमे सिपाहियों की शिकायत पर दरोगा से मेला प्रभार छीनकर दूसरे दरोगा को प्रभारी बना दिया गया। मेला प्रभारी बदलने का मामला गरमा गया है। मेले से जुड़े लोगों का कहना है कि कमाई को लेकर हर साल पुलिस कर्मचारियों में विवाद होता है। मेले में ड्यूटी लगवाने की होड़ मची रहती है।
कच्ची वालों को भगाया
हर साल चैत्र रामनवमी पर बांसथान में मेला लगता है। रामनवमी से लेकर करीब एक हफ्ते तक चलने वाले मेले में शुरू के तीन दिन खूब भीड़ होती है। धार्मिक आस्था के मेले में मीट और अवैध शराब की बिक्री होने से पुलिस को फायदा मिलता है। कुछ पुलिस कर्मचारियों की मिलीभगत से अवैध कच्ची शराब जमकर बेची जाती है। तीन दिनों तक मेले में श्रद्धालुओं की भीड़ रहती है। मेले की जिम्मेदारी भटहट चौकी प्रभारी संजय यादव को सौंपी गई थी। मेले में कच्ची शराब बिकने और अवैध ढंग से जुआ अड्डा चलने की सूचना पर मेला प्रभारी ने कार्रवाई की। दो दिन अभियान चलाकर कच्ची वालों को खदेड़ दिया।
शिकायत पर हटे चौकी इंचार्ज
बताया जाता है कि गुलरिहा में चार सिपाही कई साल से जमे हैं। मेला शुरू होने पर पूरी वह पूरी व्यवस्था अपने हाथ में ले लेते हैं। रोजाना की इनकम में सबका हिस्सा तय हो जाता है, लेकिन दरोगा की कार्रवाई से सिपाहियों का नुकसान हो गया। सिपाहियों ने जुगत लगाकर दरोगा को हटवा दिया। सिपाहियों की शिकायत पर अफसरों ने दरोगा से मेला का प्रभार छीनकर दूसरे को सौंप दिया। थाने के कुछ सिपाहियों ने इस कार्रवाई पर नाराजगी जताई। दरोगा के हटाए जाने से सिपाही दो गुटों में बंट गए हैं।