GORAKHPUR: ह्यूमन ट्रैफिकिंग एक बड़ा खतरा है। इससे रोकने के लिए अकेले पुलिस, रेलवे या एनजीओ काफी नहीं है। इसके लिए सभी जिम्मेदारों को एकजुट होकर प्लानिंग करनी होगी और अपनी जिम्मेदारियों को समझना होगा। यह बात पुलिस लाइन में मीटिंग करते हुए आईजी जोन अमिताभ यश ने कही। ह्यूमन ट्रैफिकिंग को रोकने के लिए आईजी के साथ कमिश्नर राकेश कुमार ओझा, डीआईजी डॉ। संजीव गुप्ता, जिलाधिकारी रंजन कुमार, एसएसपी प्रदीप कुमार के साथ विभिन्न एनजीओ, आरपीएफ के अस्सिटेंट कमांडेंट अनिरुद्ध चौधरी, आईटीबीपी के अधिकारी मौजूद रहे। मीटिंग में एनजीओ से पूछा गया कि उन्हें अधिकारियों से क्या कार्पोरेशन चाहिए। जिससे इस पर पूरी तरह रोक लगाई जा सके। साथ ही हर विभाग इसके खिलाफ अभियान चला कर प्रयास करता है। मगर सभी को जानकारी न होने से जैसा लाभ मिलना चाहिए, वैसा नहीं मिलता है। इसे रोकने में किसकी क्या जिम्मेदारी है, ये सभी विभागों को पता होना चाहिए।