GORAKHPUR:
अधोमानक व मिश्रित दवाओं के बिक्री की सूचना पर आयुक्त औषधि और खाद्य प्रशासन के निर्देश पर जिले की ड्रग विभाग की संयुक्त टीम ने गुरुवार को भलोटिया दवा मार्केट में छापेमारी की। छापेमारी के दौरान हड़कंप मच गया। इस दौरान कुल 17 मेडिकल स्टोर पर छापा मारा। उन दुकानों से 30 दवा के नमूने जांच के लिए एकत्र किए गए। वहीं एके फार्मा के यहां काफी अनियमित्ता पाई गई, वहां बिक्री पर रोक लगा दी गई। साथ ही 55 हजार की दवाएं रोक दी गई। टीम ने तीन दिन के अंदर रिकार्ड मांगा है। रिकार्ड नहीं देने पर कार्रवाई की जाएगी।
छापेमारी पर मचा हड़कंप
शासन के निर्देश पर गुरुवार को दवा की थोक मंडी भलोटिया बाजार में गैर जनपदीय ड्रग टीम ने छापेमारी की। अचानक शुरू हुई छापेमारी से खलबली मच गई। टीम ने 17 दुकानों की जांच कर 30 संदिग्ध दवाओं के नमूने भी लिए। एक दुकान पर एंटीबायोटिक, एंटी फंगल, एंटासिड दवाओं की खरीद संबंधी अभिलेख न उपलब्ध होने पर टीम ने बिक्री पर रोक लगा दी। सहायक कमिश्नर औषधि अलीगढ़ आरपी पांडेय ने बताया कि औषधि आयुक्त को गोरखपुर में अधोमानक व मिश्रित दवाओं के बेचे जाने की सूचना मिली थी। उनके आदेश पर ही कार्रवाई की गई है। 17 दुकानों से एंटीबायोटिक, दर्द निवारक समेत कई दवाओं के नमूने जांच के लिए लिये गए हैं। क्रय-विक्रय अभिलेख, दवाओं के भंडारण, ड्रग लाइसेंस व नाइकोटिक दवाओं की भी जांच की गई। एके फार्मा में करीब 55 हजार की दवाओं का क्रय अभिलेख नहीं मिला। जिन दवाओं का क्रय अभिलेख नहीं मिला है उनकी बिक्री पर रोक लगा दी गई है। टीम में इलाहाबाद के ड्रग इंस्पेक्टर मुकेश जैन, कानपुर नगर के एजाज, गोंडा के हेमंत, रामपुर के अनुरोध, संतकबीरनगर के देशबंधु विमल, गोरखपुर के ड्रग इंस्पेक्टर बृजेश यादव शामिल थे।